क्या कोरोना वायरस के इस दौर में एसी और कूलर चलाना खतरनाक है? जानिए डॉक्टर का जवाब!

गर्मी बढ़ रही है, ऐसे में लोगों ने अब एसी और कूलर का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। क्या आप भी घर पर एसी चला रहे हैं? अगर हां, तो रेफ्रिजरेशन और एसी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (आरएएमए) द्वारा जारी इन दिशानिर्देशों को जरुर पढ़ें।

क्या कोरोना वायरस के इस दौर में एसी और कूलर चलाना खतरनाक है? जानिए डॉक्टर का जवाब!

र्मी जोरों पर है और देश भर में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। यह आर्टिकल लिखते समय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का तापमान 38 °C था और मैं जिस मौसम ऐप का उपयोग करता हूं वो बता रहा है कि आपको 40 °C तापमान महसूस हो रहा होगा।

लगातार बढ़ते तापमान के बावजूद कुछ लोग एयर कंडीशनर (AC) और कूलर का प्रयोग नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इन मशीनों के माध्यम से कोविड-19 फैलने का डर है।

क्या आप भी एसी और COVID-19 इन दोनों के कनेक्शन से हैरान हैं? विस्तार से जानने के लिए आगे पढ़ें।

लोग एक दूसरे को खूब सारे ऐसे व्हाट्सएप मैसेज भेज रहे हैं जिसके अनुसार कोविड-19 के दौरान एसी और कूलर का उपयोग करने से बचना चाहिए।

फोर्टिस नोएडा के पल्मोनोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभाग के अपर निदेशक डॉक्टर राजेश कुमार गुप्ता बता रहे हैं कि इसमें कितनी सच्चाई है। दरअसल घर पर बिना किसी चिंता के एसी और कूलर का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन यदि घर पर किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आते हैं, उन्हें खुद को अन्य लोगों से अलग (आइसोलेट) कर लेना चाहिए। 

Guidlines to use AC-Cooler
Photo Source: Wikimedia Commons

वह बताते हैं, “हालांकि ऑफिस, मॉल, बसों, हवाई जहाजों और ऐसी ही अन्य जगहों पर सेंट्रल एयर कंडीशनिंग लोगों के लिए खतरनाक हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि रि-सर्कुलेट होने वाली हवा एरोसोल को फैला सकती है, जिससे बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो सकते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि, "यदि ताजी हवा बदलने वाले ऑप्शन को हर 15 घंटे बाद बदला जाए तो जोखिम को काफी कम किया जा सकता है।"

इसलिए सार्वजनिक स्थानों को फिर से खोलने से पहले फिल्टरेशन प्रोसेस की जांच की जानी चाहिए और हवा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश लागू किया जाना चाहिए। 

रेफ्रिजरेशन एंड एसी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (आरएएमए) के अनुसार कुछ जरूरी सावधानियां बरतकर एसी और कूलर का प्रयोग करना बिल्कुल सुरक्षित है। उन्होंने आवासीय और व्यावसायिक स्थानों में एयर कंडीशनिंग और वेंटिलेशन के दिशा-निर्देशों को लागू करने के लिए इंडियन सोसाइटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रिजरेटिंग एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (ISHRAE) से हाथ मिलाया है। 

निर्देश के अनुसार कमरे के एयर कंडीशनर का तापमान 24 से 30 डिग्री के बीच होना चाहिए। उमस वाले मौसम के लिए 24 डिग्री और शुष्क मौसम के लिए 30 डिग्री।

अन्य दिशा-निर्देशों का भी पालन करें:

1- यह ध्यान रखें कि जिस कमरे में एयर कंडीशनर या कूलर रखा गया है वह पूरी तरह हवादार हो। जब एसी का उपयोग नहीं हो रहा हो तो हवा आने के लिए कमरे की खिड़कियां खुली रखें। 

2. पहले की तुलना में अब एयर कंडीशनर और कूलर के फ़िल्टर को कम दिनों के अंतराल पर ही साफ करें। 

3. अगर आपको लगता है कि कमरे में हवा बहुत शुष्क हो रही है तो एयर कंडीशनर का प्रयोग करते समय कमरे में पानी का एक कटोरा रखें।

यह भी पढ़ें: कोविड टाइम: क्या करें जब डोमेस्टिक हेल्प लौट आए काम पर?

इन दिशानिर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।

मूल लेख: विद्या राजा


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