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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

शिक्षक पति और ASI पत्नी का 'मैडम सर फार्म', जैविक तरीकों से उगा रहे हैं फसलें

By निशा डागर

हरियाणा में फतेहाबाद के रहने वाले शिक्षक प्रमोद गोदारा और उनकी पत्नी, ASI चंद्र कांता पिछले ढाई-तीन सालों से जैविक खेती कर रहे हैं और अपने खेतों पर 'एग्रो-टूरिज्म' को विकसित कर रहे हैं।

जब बर्तन भी हो स्वादिष्ट! गेहूं से बने हैं ये प्लेट, कटोरी और चम्मच

By निशा डागर

केरल के एर्नाकुलम में रहने वाले विनय कुमार बालाकृष्णन ने सीएसआईआर- नैशनल इंस्टिट्यूट फॉर इंटरडिसिप्लिनरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी (NIIST) के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर गेहूं के चोकर से बायोडिग्रेडेबल सिंगल यूज क्रॉकरी बनाई है।

How to Grow Litchi: लीची खाकर बीज न फेंके, इस तरह घर पर उगाएं पौधा

By निशा डागर

स्वाद में मीठी और रसीली होने के साथ, लीची सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। जानिए कैसे बीज से घर पर ही उगा सकते हैं लीची का पौधा (How to Grow Litchi)।

कभी मॉल में संभालते थे स्टोर, फैशन सेंस से खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी

By निशा डागर

बेंगलुरु के रहने वाले सिड नायडू एक एडवरटाइजिंग और मीडिया कंपनी चलाते हैं, जिसका टर्नओवर लगभग चार करोड़ रुपए है। लेकिन एक समय था जब सिड अपने घर का खर्च चलाने के लिए अखबार बांटा करते थे।

ऑटोवाला बना लखपति बिज़नेसमैन, किसानों से मशरूम खरीदकर बनाते हैं फ़ूड-आइटम

By निशा डागर

उत्तर प्रदेश में जौनपुर के रहनेवाले, 62 वर्षीय रामचंद्र दूबे पहले ऑटो चलाया करते थे, लेकिन पिछले चार सालों से वह किसानों से मशरूम खरीदकर उनसे खाने की चीज़ें बनाते हैं और लाखों का मुनाफा हैं।

UP का पायलट और कंस्ट्रक्शन कंपनी का मालिक, मिलकर बनाने लगे 'देसी बर्गर' और बन गए करोड़पति

By निशा डागर

उत्तर प्रदेश के रहनेवाले कमर्शियल पायलट रजत जैसवाल और अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाने वाले उनके दोस्त, फरमान बेग ने 2016 में 'Wat-a-Burger' ब्रांड की शुरुआत की थी, जिसके आउटलेट आज 11 राज्यों के 16 शहरों में हैं।

एक Whatsapp मैसेज से शुरू हुआ अभियान, कोविड-19 मरीजों के लिए इकट्ठा हुई 300 किलो दवाइयां

By निशा डागर

मुंबई में रहने वाले डॉ. मार्कस राणे और उनकी पत्नी, डॉ. रायना राणे की पहल 'Meds For More' के अंतर्गत बहुत से लोग, अपने घरों में बची हुई दवाइयों को जरूरतमंदों की मदद के लिए दान कर रहे हैं। ये दवाइयां सभी मरीजों को मुफ्त में दी जा रही हैं।

शहर में रहते थे बीमार, गाँव पहुंचे, पथरीली जमीन पर लगाए 1400 पेड़ और हो गए स्वस्थ

By निशा डागर

उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग जिले के सेमलता गाँव के रहने वाले 67 वर्षीय सोबत सिंह बागड़ी रिटायर्ड बैंक मैनेजर हैं और पिछले सात सालों में उन्होंने पथरीली जमीन पर 1400 पेड़-पौधे लगाकर इसे हरा-भरा कर दिया है।

बेंगलुरु: इस घर के बगीचे में इस साल लगे 100 किलो आम, हर हफ्ते मिलती हैं 5 किलो सब्जियां भी

By निशा डागर

बेंगलुरु की मीनाक्षी अरुण पिछले 20 सालों से भी आईटी इंडस्ट्री में काम करने के साथ-साथ अपने घर में ही हर तरह के फल और सब्जियां उगा रही हैं।

रिटायर्ड टीचर का आविष्कार, अब एक ही मशीन से किसान कर सकेंगे 10 काम

By निशा डागर

ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में तलिता गाँव के रहने वाले, 74 वर्षीय गुरुचरण प्रधान एक रिटायर्ड शिक्षक और किसान हैं। उन्होंने 'कृषक साथी' नाम से एक कृषि यंत्र बनाया है, जो अकेला ही 10 यंत्रों का काम कर सकता है।