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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

दो साल पहले शुरू किया सफर और अब जी रहा हूँ 'सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री' लाइफस्टाइल

By निशा डागर

सुधीर सिंह दो सालों से सिंगल यूज़ प्लास्टिक के बिना जीवन जी रहे हैं और अपने इस बदलाव से बहुत खुश हैं।

19 वर्षीया छात्रा ने शुरू किया हिजाब का बिज़नेस, ताकि खुद कमा सके अपनी पॉकेट मनी

By निशा डागर

मुंबई की 19 वर्षीया मुनजजा मोहम्मद अली इस्लाही ग्रैजुएशन कर रही हैं और इसके साथ ही, वह अपना हिजाब का बिज़नेस भी चला रही हैं।

यात्रा में अपने परिवार से बिछुड़ी अम्मा की मदद कर कमाई दुआएं, आज भी सुकून देती है यह बात

By निशा डागर

चारधाम की यात्रा के दौरान अपने परिवार से बिछुड़ी हुई एक बुजुर्ग अम्मा की मदद करनेवाले सुनील शर्मा कहते हैं कि वह याद आज भी उनके दिल को सुकून देती है।

पैसे नहीं तो क्या? जज़्बा तो है! स्कूटी से की हैदराबाद से लद्दाख तक की सैर

By निशा डागर

प्रदीप ने हैदराबाद से लेह-लदाख तक का सफर किसी महँगी बाइक या फ्लाइट से तय नहीं किया है। वह अपनी एक्टिवा स्कूटी पर हैदराबाद से लद्दाख पहुंचे हैं।

ताज़े फलों के लिए नहीं जाते बाजार, छत पर हैं अमरुद, अनार से लेकर जामुन, चीकू तक के पेड़

By निशा डागर

बिहार में पटना के रहनेवाले मनोरंजन सहाय पिछले 30 सालों से बागवानी कर रहे हैं और उन्होंने अपनी छत पर 500 से ज्यादा पेड़-पौधे लागए हैं।

फल-फूल के बगीचे से लेकर सौर ऊर्जा तक, हर संभव तरह से प्रकृति के करीब यह घर

By निशा डागर

भोपाल के डॉ. राजाराम (स्वर्गीय) और उनकी पत्नी, डॉ. बिनय राजाराम ने बहुत ही प्यार से लगभग 20 वर्ष पहले अपना घर बनाया था, जिसमें 40 से ज्यादा पेड़-पौधे हैं और हर साल दो लाख लीटर से ज्यादा बारिश का पानी सहेजा जाता है।

चावल के पानी से बनाया शैम्पू, ट्राइड एंड टेस्टेड नुस्खों से शुरू किया बिज़नेस

By निशा डागर

कोलकाता के रहनेवाले अंकित कोठारी और स्तुति कोठरी के ब्रांड WishCare में आपको Rice Water Shampoo और Onion Juice Shampoo जैसे प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे। उनका दावा है कि ये बालों का झड़ना रोक सकते हैं।

हर वीकेंड सड़कों की सफाई करते हैं यह इंजीनियर, 150 किलो प्लास्टिक कर चुके हैं जमा

By निशा डागर

महाराष्ट्र में भंडारा के रहनेवाले, राघव पिछले तीन महीनों से अपने घर और आसपास के प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा करके इसके सही प्रबंधन पर काम कर रहे हैं।