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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

मदन मोहन मालवीय: वह स्वतंत्रता सेनानी जो अकेले 172 क्रांतिकारियों को बचा लाया था।

By निशा डागर

मालवीय फिर से भारत की भूमि पर जन्म लेकर अपने जीवन को गरीबों और ज़रुरतमंदों के लिए समर्पित करना चाहते थे।

200 बच्चों को मुफ्त पढ़ाता है 'मिड डे मील' बनाने वाली माँ का यह बेटा!

By निशा डागर

"बहुत से लोग मुझे पागल ही कहते थे क्योंकि मैं कचरा बीनते बच्चों को, बकरी चराते बच्चों को इकट्ठा करके एक टोली बना लेता और उन्हें अपने घर पर लाकर कुछ न कुछ पढ़ाना शुरू कर देता था। पर मेरी माँ तब भी मेरे साथ खड़ी रहीं।"

पद्म श्री विजेता इस महिला कोच ने जितवाए हैं टीम को 7 अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल!

By निशा डागर

सुनील भारत की पहली महिला कबड्डी कोच हैं जिन्हें पद्म श्री और द्रोणाचार्य जैसे सम्मानों से नवाज़ा गया है।

देश-विदेश घूमकर किया चंदा इकट्ठा और शुरू कर दी देश की पहली महिला यूनिवर्सिटी!

By निशा डागर

साल 1916 में कर्वे ने केवल 5 छात्राओं के साथ जो एस.एन.डी.टी. महिला विश्वविद्यालय शुरू किया था, आज उसमें 70 हज़ार से भी ज़्यादा छात्राएं पढ़ती हैं!

दिल्ली: 'प्लांट फ्रेश एयर' वर्कशॉप में सीखें हवा को फ़िल्टर करने वाले पेड़-पौधों के बारे में!

By निशा डागर

यहाँ आपको अपने घर की छत या आँगन में सब्ज़ियाँ उगाने से लेकर उनकी देखभाल करने और फिर हार्वेस्टिंग करने तक के सभी गुर भी सिखाए जाएंगे।

अपने घर में ही तालाब बनाकर कर सकते हैं मोती पालन, देशभर में लोगों को सिखा रहा है यह दंपति!

By निशा डागर

देश के 13 राज्यों में मोती पालन करने और सिखाने वाले इस दंपति को अब तक 70 से भी ज़्यादा सम्मानों से नवाज़ा गया है!

प्लास्टिक की बोतलों को फेंके नहीं इन्हें दें; 9000 बेकार बोतलों से एक टॉयलेट बना देते हैं ये!

By निशा डागर

इन युरिनल्स को एक ‘पी-कार्टरिज’ से जोड़ा गया है, जहां पर यूरिन को प्रोसेस करके इससे यूरिया अलग किया जाता है, जिसे खेतों में फ़र्टिलाइज़र के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

परफ्यूम, तेल से लेकर साइकिल और ग्रामोफ़ोन तक, इस उद्यमी ने रखी स्वदेशी उत्पादों की नींव!

By निशा डागर

उनके सभी रिकॉर्ड्स ब्रिटिश सरकार ने तबाह कर दिए। आज सिर्फ़ टैगोर के 'वन्दे मातरम' गीत की एक छोटी-सी रिकॉर्डिंग बची है!

'विन ओवर कैंसर': कैंसर सर्वाइवर्स के लिए शुरू किया देश का पहला जॉब पोर्टल!

By निशा डागर

यह एशिया का पहला जॉब पोर्टल है जो खास तौर पर सिर्फ कैंसर सर्वाइवर्स के लिए है। उनके प्रयासों से अब तक लगभग 56 परिवारों को मदद मिली है।

वीकेंड पर 8 किमी दूर गाँव में जाकर बच्चों को पढ़ाता था यह IIT छात्र, राष्ट्रपति ने दिया गोल्ड मेडल!

By निशा डागर

अपने डिपार्टमेंट में भी हमेशा टॉपर्स की लिस्ट में रहने वाले अनंत को अपनी पढ़ाई और एक्स्ट्रा-कर्रिकुलर गतिविधियों को मैनेज करना बख़ूबी आता है।