इस बीच इस कपल को एक बेटी भी हुई, जिसका नाम उन्होंने ऐश्वर्या रखा। सब कुछ सही चल रहा था, तभी एक दिन उनके पास नोटिस आया, जिसमें बताया गया कि वे अपने बच्चों का पालन-पोषण ढंग से नहीं कर रहे।
फिर कुछ दिनों बाद चाइल्ड केयर संस्था से कुछ लोग उनके घर आए और समझाने लगे कि बच्चों की परवरिश कैसे करनी है। वे रोज़ घर आते और सागरिका और उनके बच्चों पर नज़र रखते।
अब यही कहानी और सागरिका के इसी दर्द को रानी मुखर्जी 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' में लेकर आ रही हैं। रानी ने इस फिल्म को उनके 25 साल लंबे करियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक बताया है।