Site icon The Better India – Hindi

बेहद आसान तरीके से बनाएं गुलाब से बनी यह मिठाई, जो सेहत के लिए है लाजवाब

How to make Gulkand

गुलाब की पंखुड़ियों से बनने वाला गुलकंद (Gulkand) स्‍वादिष्‍ट होने के साथ, सेहत के लिए भी अच्‍छा होता है। गुलकंद आपके शरीर को ठंडा बनाए रखने में मदद करता है। हम अक्सर गुलकंद बाजार से खरीदते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि गुलाब की पंखुड़ियों से घर में भी आसानी से गुलकंद बनाया जा सकता (How to make Gulkand) है?

न्यूट्रिशियनिस्ट रुजुता दिवेकर (Rujuta Diwekar) आज हमें बता रही हैं कि किस तरह बेहद आसानी से आप घर में ही गुलकंद (How to Make Gulkand) बना सकते हैं। उन्होंने यह रेसिपी अपनी माँ से सीखी है।

कई बिमारियों का रामबाण इलाज

गुलकंद का उपयोग अक्सर आयुर्वेद में शारीरिक असंतुलन में मदद के लिए किया जाता है और इसे पारंपरिक रूप से दमिश्क गुलाब (Damask Rose) से बनाया जाता है। इसके लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य गुलाबों में चीन, फ्रेंच और कैबेज रोजेज़ शामिल हैं।

गुलकंद एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट है, जो अल्सर और एसिडिटी की परेशानी का रामबाण इलाज है। ऐसा कहा जाता है कि यह पेट को दुरुस्त करके पाचन को आसान बनाता है।

यह मुख्य रूप से आयुर्वेदिक, यूनानी और फारसी दवाओं में कूलिंग टॉनिक के रूप में काम करता है। रुजुता दिवाकर का कहना है कि गुलकंद, सिरदर्द, सुस्ती, थकान, कब्ज व सूजन, शुगर क्रेविंग, पीसीओएस, अनियमित नींद जैसी कई अन्य समस्याओं के लिए काफी अच्छा होता है।

अनेकों मर्ज़ की एक दवा, गुलकंद की रेसिपी (How to make Gulkand) को रुजुता दिवाकर ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर शेयर किया है:

है न बिल्कुल आसान? मज़ेदार बात तो यह है कि आप इस गुलकंद को कई व्यंजनों में डालकर उसका ज़ायका बढ़ा सकते हैं, जैसे- चीज़केक, खीर, हलवा, बर्फी, कपकेक आदि।

गुलकंद के साथ पान के लड्डू

फूड ब्लॉगर मधु ने गुलकंद के साथ स्वादिष्ट पान के लड्डू बनाने की विधि बताई है:

सामग्री

बनाने की विधि (How to make Gulkand)

तो देर किस बात की, इस मौसम में आप भी गुलाब की पंखुड़ियों से घर में ही बनाएं स्वादिष्ट गुलकंद और पूरे परिवार के साथ इसका लुत्फ उठाएं।

मूल लेखः अनाघा आर. मनोज

संपादन- जी एन झा

यह भी पढ़ेंः रानी राशमोनी: एक बंगाली विधवा महिला, जिसने अकेले दी थी ईस्ट इंडिया कंपनी को मात

यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।

Exit mobile version