मिलिए द बेटर इंडिया के 10 सोशल हीरोज़ से, जिनकी कहानियों को आपने किया सबसे ज्यादा पसंद

1.  केदार सैनी

देसी सब्जियों का स्वाद, लोगों की थाली में वापस लाने के लिए गुना के केदार सैनी, सैकड़ों बीज इकट्ठा करके, देशभर के किसानों तक पंहुचा रहे हैं।

2.  आर.के. श्रीवास्तव सर

रोहतास (बिहार) के बिक्रमगंज के रहनेवाले आर.के. श्रीवास्तव सर, देशभर में ‘मैथ्स गुरु’ के नाम से मशहूर हैं। वह बच्चों को मात्र 1 रुपये गुरु दक्षिणा लेकर पढ़ा रहे हैं।

3.  सपन कुमार

झारखंड के डुमरथर गांव में मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक सपन कुमार ने एक ऐसे अनोखे 'ओपन स्कूल' की शुरुआत की है, जहां छोटे-छोटे बच्चे अपने दादा-दादी को अक्षर ज्ञान सिखा रहे हैं।

4.  जल्पा पटेल

पिता को खोने के बाद, जल्पा ने सड़क के किनारे रह रहे बेसहारा लोगों की मदद करने का फैसला किया। वह पिछले आठ सालों से जरूरतमंदों की मदद कर रही हैं।

5.  कलेक्टर संदीप जीआर

छतरपुर के कलेक्टर संदीप जीआर 'साइकिल आईएएस' हैं, उन्होंने जन-समर्थक पहल की शुरुआत की है और मध्य प्रदेश के जिलों में बदलाव लाने की कोशिश रहे हैं।

6.  दीना नाथ राजपूत

छत्तीसगढ़ के बस्तर के दीना नाथ राजपूत, ‘भूमगादी महिला कृषक’ NGO के ज़रिए,  6000 से अधिक महिला किसानों की जिंदगी बदल चुके हैं।

7.  शालू सैनी

मुजफ्फरनगर की शालू सैनी, अब तक वह 500 से ज्यादा लोगों का परिवार बन अंतिम क्रिया कर चुकी हैं।

8. नारायण नाइक

'स्कॉलरशिप मास्टर’ के नाम से जाने जाने वाले नारायण नाइक ने पिछले कई सालों में एक लाख से ज़्यादा छात्रों को करोड़ों की स्कॉलरशिप्स दिलाईं हैं।

9.  रिटायर्ड कपल शिव स्वामी और महालक्ष्मी

कोयंबतूर के रिटायर्ड कपल शिव स्वामी और महालक्ष्मी, काल्वी थुनै नाम का शिक्षा केंद्र चलाते हैं, जहां वंचित बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है।

10.  हरे राम पाण्डेय

देवघर (झारखण्ड) में रहनेवाले हरे राम पाण्डेय, उन सभी बेटियों के पिता बनकर सेवा कर रहे हैं, जिन्हें उनके खुद के माता-पिता ने लावारिस छोड़ दिया था।

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