Site icon The Better India – Hindi

Grow Star Fruit: डायबिटीज से लेकर कैंसर तक में कारगर, जानें गमले में आमरस उगाने का तरीका

Grow Star Fruit plant

स्टार फ्रूट (Star Fruit Plant) को भारत में आम तौर पर आमरस या कमरख कहा जाता है। यह एक तारे के आकार का होता है, यही कारण है इसे स्टार फ्रूट (Star Fruit Plant) के नाम से जाना जाता है। लेकिन अपने नाम के अनुसार, यह गुणों में भी एक स्टार फ्रूट है।

इस फल में विटामिन सी, विटामिन बी, सोडियम, ऑयरन, पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, जबकि फाइबर अधिक। यही कारण है कि यह फल बुखार से लेकर डायबिटीज और कैंसर तक में कारगर होता है। 

स्टार फ्रूट (Star Fruit Plant) में कैल्सियम भी होता है, जिससे आपको स्ट्रोक और कार्डियक अरेस्ट का खतरा कम होता है। हल्के हरे रंग का यह फल पकने के बाद नारंगी रंग का हो जाता है और स्वाद में यह हल्का खट्टा और रसीला होता है। 

आज पश्चिम बंगाल के कूचबिहार इलाके में रहने वाले सुरजीत चक्रवर्ती आपको बताने जा रहे हैं कि आप इसे अपने घर के छत पर गमले में कैसे उगा (How to Grow Star Fruit on Terrace) सकते हैं। 

21 साल के सुरजीत फिलहाल देहरादून में एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहे हैं और मिशन गार्डनिंग नाम से अपना एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं। 

वह बताते हैं, “स्टार फ्रूट खाने में काफी स्वादिष्ट होता है। यही कारण है कि यह पूरे भारत में मिलता है। यह फल सालों भर होता है और इसे देश के किसी भी हिस्से में आसानी से उगाया जा सकता है।”

सुरजीत कहते हैं कि इसे छत पर आसानी से उगाया जा सकता है। लेकिन, इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। वह कहते हैं, “इस पौधे को बीजों से भी तैयार किया जा सकता है, लेकिन इसे तैयार होने में चार-पांच साल का समय लगता है। साथ ही, बीजों से उगा पौधा आकार में भी काफी बड़ा होता, जिसे गमले में लगाने में आपको दिक्कत हो सकती है। इसलिए नर्सरी से अच्छे क्वालिटी का ग्राफ्टेड पौधा लगाना सबसे अच्छा है। क्योंकि इसमें फल जल्दी लगने लगते हैं।”

साथ ही, सुरजीत इस बात पर भी ध्यान दिलाते हैं कि पौधों को क्लासिफाइड नर्सरी से खरीदना जरूरी है, क्योंकि कई बार नर्सरी वाले ग्राहकों को धोखा देते हुए, खराब क्वालिटी का पौधा दे देते हैं।

सुरजीत के अनुसार, फिलहाल स्टार फ्रूट(Star Fruit Plant) का थाई वैरायटी सबसे अधिक चलन में है। क्योंकि इसका फल काफी मीठा होता है और इसमें सालों भर फल लगे रहते हैं। एक पौधा 10-12 साल आसानी से चलता है। 

क्या है पौधा लगाने की प्रक्रिया

सुरजीत बताते हैं कि इस पौधे को लगाने (Grow Star Fruit Plant) के लिए चिकनी मिट्टी, रेतीली मिट्टी, कोकोपीट या धान की भूसी और वर्मी कम्पोस्ट को बराबर मात्रा में मिला लें। यदि रेतीली मिट्टी नहीं मिल रहा है, तो आप वर्मी कम्पोस्ट की मात्रा को थोड़ा बढ़ा सकते हैं। 

इसके अलावा, पौधे को जल्दी स्टेबल बनाने के लिए दो चम्मच बोन मील, दो चम्मच हॉर्न मील और एक चम्मच मैग्नीशियम सल्फेट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

मिट्टी तैयार करने का तरीका

वह कहते हैं, “स्टार फ्रूट (star Fruit Plant) की खासियत है कि यह पौधा काफी तेजी से बढ़ता है और इसे आप किसी भी मौसम में लगा सकते हैं। पौधा लगाने के 40-45 दिनों के बाद, इसमें फूल आने लगते हैं। फलों को पकने में 45 से 60 दिन लगते हैं।”

वह कहते हैं कि जब आप नर्सरी से पौधा खरीदते हैं, तो ऐसे पौधे को चुनें जिसकी मोटाई कम से कम एक पेंसिल जितनी हो। कई बार पौधों में फूल लगे होते हैं। इसलिए लगाने से पहले सारे फूल को तोड़ दें, नहीं तो पौधों को बढ़ने में थोड़ी दिक्कत होती है।

सुरजीत बताते हैं कि यह कम से कम 4-5 फीट का होता है। इसलिए शुरुआती दिनों में इस 12 इंच के गमले में लगाएं। साथ ही, ध्यान रखें कि इसमें ज्यादा पानी जमा होने की संभावना न हो, क्योंकि इससे पौधे को काफी नुकसान होता है। 

ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए गमले के निचले हिस्से में एक छोटा सा छेद करें, और उस पर कुछ स्टोन चिप्स रख दें। फिर, उस पर घर को बनाने में इस्तेमाल होने वाले बालू को डालें। इससे गमले में पानी जमा नहीं होगा और पौधे की जड़ सुरक्षित रहेगी।

फिर, एक साल के बाद, पौधे को 50 लीटर के हाफ ड्रम में शिफ्ट कर दें। इससे पौधों को बढ़ने और अधिक फल देने में आसानी होगी। 

नीम स्प्रे है जरूरी

सुरजीत बताते हैं, “यदि आप स्टार फ्रूट (Star Fruit Plant) को ऑर्गेनिक तरीके से उगाना चाहते हैं, तो हर 15 से 30 दिन में नीम तेल को स्प्रे करना जरूरी है। क्योंकि, यदि एक बार इसमें कीट लग गया, तो बिना रासायानिक कीटनाशकों के इस्तेमाल के, इससे छुटकारा पाना लगभग नामुमकिन है।”

गमले में 3-4 फीट बड़ा होता है स्टार फ्रूट का पौधा (Star Fruit Plant)

वह आगे बताते हैं, “पौधा लगाने के दो-तीन महीनों तक, इसमें खाद देने की जरूरत नहीं पड़ती है। उसके बाद आप बोन मील, हॉर्न मील या किसी अन्य ऑर्गेनिक कम्पोस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे पौधे को नियमित रूप से पोषक तत्व मिलते रहते हैं।”

इसके अलावा, पौधों में फूल लगने के दौरान भी आप कोई ऑर्गेनिक कीटनाशक स्प्रे कर सकते हैं। इससे फल अधिक लगने के साथ-साथ उसकी क्वालिटी भी अच्छी होगी। 

किन बातों का रखें ध्यान

  1. Star Fruit Plant को पूरी धूप की जरूरत होती है। इसलिए गमले को ऐसे जगह रखें, जहां दिन में सात-आठ घंटे धूप आती हो। यदि, आपके यहां 2-3 घंटे भी धूप आती है, तो आप इसे उगा सकते हैं। लेकिन, उसमें फल कम लगते हैं।

2. हर 2-3 साल में पौधे को गमले या ड्रम से निकालकर, Star Fruit Plant की जड़ों को सावधानी से ट्रिम कर दें और मिट्टी बदल कर, पौधा फिर से लगा दें। इससे पौधे की उम्र बढ़ेगी। 

3. ज्यादा सिंचाई से बचें। ऊपरी मिट्टी सूखने पर ही सिंचाई करें। 

4. हर 15-30 दिन में नीम तेल का स्प्रे करना अनिवार्य है।

5. हर दो-तीन महीने में नया खाद दें। 

वीडियो देखें –

संपादन- जी एन झा

यह भी पढ़ें – कॉलेज खत्म होते ही हाइड्रोपोनिक खेती शुरू कर कमाने लगे 54 हजार रुपये प्रति माह

यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।

Exit mobile version