इंडोर प्लांट्स न सिर्फ घर की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि घर के अंदर की हवा को शुद्ध बनाने में भी मदद करते हैं। NASA के अनुसार हमारे घर में उगने वाले कुछ इंडोर पौधे, एयर प्यूरीफायर का काम करते हैं। यह इंडोर प्लांट आसानी से लग भी जाते हैं और बिना सूरज की रौशनी के अच्छे विकसित भी होते हैं। ऐसा ही एक पौधा है ड्रेसिना (Dracaena) का, जिसकी कई अलग-अलग किस्में होती हैं।
मेरठ में अपने घर की बालकनी में गार्डनिंग करने वाली सुमिता सिंह को इंडोर पौधों का बेहद शौक है। उनके घर पर आठ किस्मों के ड्रेसिना के पौधे हैं। जिन्हें वह इंडोर और आउटडोर दोनों जगहों पर रखती हैं।
उनके पास सांग ऑफ़ इंडिया, ड्रेसिना लेमन लाइम, लकी बैम्बू, ड्रेसिना बेबी डॉल, ड्रेसिना विक्टोरिया, स्नेक प्लांट सहित ड्रेसिना महात्मा के भी दो रंगों के पौधे हैं।
आज इस लेख में वह हमें इन पौधों को उगाने और उसकी देखभाल से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताने वाली हैं। सुमिता कहतीं हैं, “ड्रेसिना को काफी मजबूत पौधा माना जाता है। इसे एक बार लगाने के बाद यह सालों साल चलता है और ज्यादा पानी के बिना भी ताज़ा रहता है।”
हवा को शुद्ध करने वाला यह पौधा कटिंग से विकसित हो जाता है। इसकी कई किस्मों को मिट्टी के साथ पानी में भी उगाया जा सकता है।
किन चीजों की होगी जरूरत
सुमिता ने बताया कि ड्रेसिना को कटिंग से लगाया जाता है। आप अपनी पसंद के किसी पुराने पौधे की प्रूनिंग करके कटिंग तैयार कर सकते हैं। इस पौधे के लिए पॉटिंग मिक्स तैयार करते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह भुरभुरा रहे। इसके लिए आप 50 प्रतिशत सामान्य मिट्टी और 20 प्रतिशत रेत और 30 प्रतिशत कम्पोस्ट मिलाकर इस्तेमाल करें।
सुमिता कहती हैं कि प्याज के छिलके से बनी खाद इन पौधों के लिए सबसे अच्छी होती है। वहीं ड्रेसिना की पत्तियों को चमकदार बनाने के लिए समय-समय पर नाइट्रोजन वाली खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। किसी तरह के कीड़े लगने पर इसमें नीम के तेल का छिड़काव करें। इस पौधे के लिए छह इंच का गमला सही माना जाता है।
पानी में कटिंग लगाने का तरीका
ड्रेसिना के कटिंग को पानी में भी लगाया जाता है। इसके बारे में सुमिता बतातीं हैं कि पानी में कटिंग को प्रोपगेट करने के लिए आपको एक ट्रांसपेरेंट जार लेना होगा। अब इसमें ड्रेसिना की कटिंग को लगाएं।
अब जार में इतना पानी डालें, जिससे कि कटिंग नीचे की तरफ से सिर्फ दो-तीन इंच तक ही पानी में रहे। हर हफ्ते में पानी बदलते रहें। कटिंग को विकसित होने में तीन-चार हफ्ते लग सकते हैं।
जब इसमें जड़ें बनने लगे, तो आप इसे किसी बड़े जार में लगा सकते हैं या फिर किसी गमले में मिट्टी भरकर भी लगा सकते हैं। आप चाहें तो इसे पानी में भी रख सकते हैं। लेकिन पानी वाला पौधा ज्यादा बड़ा नहीं हो पाएगा।
ज्यादातर लोग लकी बैम्बू को पानी में ही रहने देते हैं। सुमिता के घर पर ड्रेसिना बेबी डॉल भी पानी में ही लगा हुआ है।
सीधे मिट्टी में लगाने का तरीका
आप ड्रेसिना की कटिंग को सीधा मिट्टी में भी प्रॉपगेट कर सकते हैं। इसके लिए
सबसे पहले एक छह इंच के गमले में पॉटिंग मिक्स डालें।
कटिंग को मिट्टी में लगाएं और ऊपर से पानी दें।
गमले को ऐसी जगह रखें जहां अच्छी रौशनी आती हो लेकिन सीधी धूप गमले पर न पड़े।
नियमित रूप से पानी देते रहें।
दो हफ्तों में आप देखेंगे कि कटिंग विकसित होने लगी है।
इसकी देखभाल के लिए आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। एक बार पानी देने के बाद मिट्टी सूखने का इंतजार करें और मिट्टी सूखने के बाद ही पानी डालिए।
इन पौधों की सबसे अच्छी बात यह है कि अन्य पौधों की तुलना में रात में तेजी से कार्बन डाई ऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदलते हैं।
तो देर किस बात की, आज ही अपनी पसंद के एक सुंदर ड्रेसिना की कटिंग लाकर अपने घर पर लगाएं।
ड्रेसिना के पौधों के बारे में ज्यादा जानने के लिए आप सुमिता का यूट्यूब चैनल भी देख सकते हैं।
हैप्पी गार्डनिंग !
संपादन- जी एन झा
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