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Growing Cowpea: गमलों में भी इस तरह उगा सकते हैं स्वास्थ्य से भरपूर लोबिया

How to grow cowpea

इस लेख में पढ़िए कैसे घर में लगा सकते हैं लोबिया।

अगर आपके घर में बागवानी करने की ज्यादा जगह नहीं है, लेकिन धूप अच्छी आती है तो आप गमले में फल-फूल के पौधे लगा सकते हैं। वहीं यदि आपको गमले में सब्जी लगानी है, तो सबसे आसान होता है बीन्स लगाना। जी हां, बीन्स मतलब की फलियां। आप अलग-अलग फलियां अपने घर में लगा सकते हैं जैसे लॉन्ग बीन्स (लोबिया की फली), सेम की फली आदि। 

भोपाल में रहने वाले शिरीष शर्मा पिछले काफी समय से अपने घर में बागवानी कर रहे हैं। उनका कहना है कि लोबिया की कई तरह की किस्में आप अपने घर में लगा सकते हैं। फलियों को लगाने के लिए गहरे गमले, अच्छे पॉटिंग मिक्स और अच्छी धूप की जरूरत होती है। लोबिया से आप कई तरह की डिश बना सकते हैं। लोबिया का इस्तेमाल दाल, सलाद और सूप आदि में किया जाता है। इसे स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि लोबिया को घर पर उगाना बहुत ही आसान है। आप अपने घर के आंगन, छत या बालकनी में लोबिया की बेल लगा सकते हैं। 

क्या-क्या चाहिए 

शिरीष बताते हैं कि आप बाजार से या ऑनलाइन लोबिया के बीज खरीद सकते हैं। लोबिया की अलग-अलग प्रजाति देसी या हाइब्रिड बीज आप खरीद सकते हैं। ध्यान रखें कि आप जो भी बीज खरीदें, वे अच्छी गुणवत्ता के हों ताकि सभी बीज अंकुरित हो जाएं और आपको अच्छे नतीजे मिलें। 

बेल की जड़ों को फैलने के लिए काफी जगह की जरूरत होती है। इसलिए गमला, ग्रो बैग या कोई अन्य कंटेनर का चुनाव करते समय ध्यान रखें कि इसकी गहराई अच्छी हो। अगर आपका कंटेनर गहरा होने के साथ -साथ चौड़ा भी है तो आप एक कंटेनर में दो पौधे लगा सकते हैं। लेकिन अगर गमला ज्यादा चौड़ा नहीं है तो एक गमले में एक ही पौधा लगाएं। 

आप गमले में बेल लगा रहे हैं, इसलिए मिट्टी में पोषण का पूरा ध्यान रखें। इसके लिए आप, सामान्य मिट्टी में गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट, रेत या कोकोपीट मिला सकते हैं। 

  • सबसे पहले ध्यान दें कि गमले में अच्छा ड्रेनेज सिस्टम हो ताकि पानी पौधों में ठहरे नहीं। 
  • इसके बाद, गमले में पॉटिंग मिक्स भरें। 
  • अब गमले के आकार के हिसाब से बीज लगा दें। ऊपर से पानी दें। 
  • लगभग एक हफ्ते में बीज अंकुरित होने लगेंगे। 
  • नियमित रूप से पानी देते रहें और ध्यान दें कि दिन में अच्छी धूप पौधों को मिले। 

आप चाहें तो पहले किसी दूसरे कंटेनर में पौधे तैयार कर सकते हैं और जब पौधे लगभग 25 से 30 दिन के हो जाएं तो इन्हें बड़े गमलों में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। लगभग एक महीने में आपकी बेल इतनी बढ़ जाती है कि आपको इसे सपोर्ट देने के लिए कोई लकड़ी या रस्सी लगानी पड़ती है। 

शिरीष बताते हैं कि बीच-बीच में आप गोबर की खाद भी गमले में मिला सकते हैं। वहीं कीटों से बचाव के लिए नीम का तेल पानी में मिलाकर छिड़क सकते हैं। 70-80 दिनों बाद आपकी बेल फलियों से भर जाती हैं और आप हार्वेस्टिंग कर सकते हैं। 

हैप्पी गार्डनिंग!

संपादन- जी एन झा

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