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इन पेड़ों को लगा सकते हैं बालकनी में भी

best plants for balcony

पेड़-पौधे लगाने का शौक किसे नहीं होता है। लेकिन बड़े शहरों में रहने वाले लोगों को अपने घरों में खाली जगह सिर्फ छत पर ही मिल पाती है। वहीं जो लोग फ्लैट्स में रहते हैं, वे बालकनी में बागवानी का शौक पूरा करते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं बालकनी में किस तरह के पौधे लगाए जा सकते हैं। 

आपकी बालकनी में कितनी जगह है और धूप कितनी देर तक आती है- इसके आधार पर आप पेड़-पौधों का चयन कर सकते हैं। आपकी बालकनी में अगर जगह कम है, लेकिन धूप अच्छी आती है तो आप फूलों के पेड़ और लताएं लगा सकते हैं। 

अगर बालकनी में धूप कम आती है तो आप इंडोर प्लांट जैसे एरेका पाम, स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट, रबर प्लांट जैसे पौधे लगा सकते हैं। कम धूप के साथ-साथ अगर जगह भी कम है तो आप ज्यादा से ज्यादा इंडोर हैंगिंग प्लांट लगाने की कोशिश करें जैसे मनी प्लांट, स्ट्रिंग ऑफ़ पर्ल्स आदि। लेकिन अगर आपकी बालकनी थोड़ी खुली है और धूप भी अच्छी आती है तो आप फलों के पेड़ भी अपनी बालकनी में लगा सकते हैं। 

बेंगलुरु में पिछले कई सालों से छत पर बागवानी कर रही इंदिरा शाह कहती हैं, “अगर आपकी बालकनी में दिन के 4-5 घंटे भी अच्छी धूप आती है तो आप जगह के हिसाब से कई तरह के फलों के पेड़ लगा सकते हैं। आपको बस नियमित रूप से इनका ध्यान रखना होगा और आपकी बालकनी से ही आपको ताजा फल मिलने लगेंगे। फलों के अलावा आप कॉफ़ी, सहजन और करी पत्ता के पौधे भी लगा सकते हैं।” 

इंदिरा ने अपने घर की छत पर लगभग 600 पेड़-पौधे लगाये हुए हैं जिनमें मौसमी सब्जियां, फल और औषधीय पौधे भी शामिल हैं। वह सिर्फ जैविक तरीकों से बागवानी करती हैं और दूसरों को भी अपने घर में ही बगीचा लगाने की सलाह देती हैं। उनका कहना है कि अगर कोई एक बार बागवानी शुरू कर देता है तो उन्हें खुद ही पेड़-पौधों से लगाव होने लगता है। 

क्या-क्या चाहिए 

इस तरह लगाएं पौधे

अगर आप फलों के पेड़ लगा रहे हैं तो कोशिश करें कि आप अपने आसपास किसी नर्सरी से अच्छी गुणवत्ता के पौधे लेकर आये। क्योंकि ग्राफ्टेड पौधों में जल्दी फल आते हैं। जबकि बीज से लगाए जाने वाले पौधों में फल आने में कई साल लग जाते हैं। 

1. नींबू

Lemon Tree in Pot (Source)

अगर आप अपने घर में नींबू का पौधा लगाना चाहते हैं तो नर्सरी से अच्छी गुणवत्ता का पौधा खरीदें। इस पौधे को आप बाल्टी या ड्रम में मिट्टी भरकर लगा दें। नींबू के पौधे को बहुत ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए। हमेशा जरूरत के हिसाब से ही पौधे को पानी दें। ध्यान रहे कि पौधे को अच्छी धूप मिले। साथ ही, आपको पौधे से पत्तों को तोडना नहीं चाहिए। 

बीच-बीच में पौधों को खाद और पोषण भी देते रहें और यह भी चेक करें कि पौधे में कोई बीमारी न लगी हो। नींबू की अलग-अलग किस्में होती हैं और इनमें फूल आने का समय अलग-अलग होता है। जैसे किसी-किसी किस्म में पौधा लगाने के दो साल बाद ही फूल आने लगते हैं। 

2. ड्रैगन फ्रूट

Dragon fruit in pot (Source)

ड्रैगन फ्रूट को आप कटिंग से लगा सकते हैं। इसके लिए आप ड्रैगन फ्रूट के पेड़ से एक कलम काटें और इसे तीन-चार दिन छांव में सूखने के लिए रखें। अब इसे आप मिट्टी में लगा दीजिए और इसमें पानी दीजिए। ड्रैगन फ्रूट के पौधे को कम पानी चाहिए होता है। मिट्टी में बस नमी रहनी चाहिए।

ड्रैगन फ्रूट जब बढ़ने लगता है तो इसे सहारे की ज़रूरत होती है इसलिए इसके साथ में कोई लकड़ी लगा दें, जिससे कि इसे बांधा जा सके। ड्रैगन फ्रूट जब एक बार बढ़ने लगता है तो इसे बहुत ज्यादा देखभाल की ज़रूरत नहीं होती है। तीन महीने में एक बार आप इसमें खाद या फिर होम-कम्पोस्ट मिला सकते हैं।

3. करी पत्ता

Curry Leaf Plant (Source)

करी पत्ता को मीठा नीम भी कहते हैं और यह बालों के लिए काफी फायदेमंद रहता है। आप करी पत्ता का पौधा बीज, कटिंग, और सैप्लिंग से लगा सकते हैं। कटिंग के लिए आपको ऐसे टहनी लेनी है जो हल्की ब्राउन होने लगी हो। कटिंग को नीचे से हल्का-सा छीलकर और फिर इसे रूटिंग हॉर्मोन पाउडर में डुबोकर आप गमले में लगा सकते हैं।

पौधे को पानी देने से पहले, हर दिन चेक करें कि मिट्टी बहुत ज्यादा गीली तो नहीं है, अगर मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें। लगभग 15 दिन बाद कटिंग विकसित होने लगती है। महीने में एक बार आप पौधे को कोई पोषण दे सकते हैं, कोशिश करें कि बदल-बदल कर पोषण दें जैसे कभी खाद, कभी सरसों खली, कभी नीम खली तो कभी आप वर्मीकंपोस्ट डाल सकते हैं।

4. सहजन 

Moringa in Pot (Source)

सहजन को मोरिंगा के नाम से भी जाना जाता है। सहजन के पौधे के पत्ते, फूल और फलियाँ, तीनों ही चीजें पोषण से भरपूर होती हैं और इसलिए लोगों को इसे अपने खान-पान में शामिल करने की सलाह दी जाती है। इसे आप बीज से लगा सकते हैं। इसके लिए कंटेनर में पॉटिंग मिक्स भरकर बीज लगा दें और छिड़काव करके पानी दें। लगभग एक-दो हफ्तों में बीज अंकुरित हो जाता है। 

नियमित रूप से पानी देते रहें और एक महीने के बाद आप गमले में गोबर की खाद डालें। नियमित अंतराल पर पौधे को खाद और पोषण मिलता रहना चाहिए। सहजन का पेड़ काफी बढ़ता है। इसलिए चार फ़ीट का होने के बाद आप पेड़ की कटाई-छंटाई शुरू कर सकते हैं। 

5. कॉफ़ी 

Coffee Plant in bucket (Source: Indira)

कॉफी के पौधे को आप बालकनी के उस हिस्से में लगा सकते हैं, जहां सीधी धूप न पड़ती हो। क्योंकि कॉफ़ी के पौधे के लिए सीधी धूप सही नहीं रहती है। सबसे पहले आप कंटेनर में पॉटिंग मिक्स भरके कॉफ़ी बीन्स को लगा दें और ऊपर से पानी दें। कुछ दिनों के बाद जब पौधा बढ़ने लगे तो आप इसे नियमित अंतराल पर खाद भी देते रहें।  

कॉफी बीन आपको लोकल नर्सरी में मिल जाएंगी। आपको अगर ग्राफ्ट मिल जाता है तो बेहतर है आप वह लगाएं ताकि आपको दो-ढाई साल में कॉफी मिलना शुरू हो जाए। अगर आप एकदम जीरो से कॉफी लगाते हैं तो आपको फल मिलने में लगभग 6 साल लगते हैं। इसलिए धैर्य बहुत ज़रूरी है। हर दिन ज़रूरत के हिसाब से पौधे को पानी दें।

इंदिरा अंत में कहती हैं कि पौधों पर किसी भी परिस्थिति में रसायनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर पेस्ट का अटैक हो तो नीम स्प्रे का उपयोग करें या अदरक-लहसुन-हरी मिर्च (जीजीजी) का मिश्रण बनाएं। अदरक-लहसुन-हरी मिर्च मिश्रण बनाने के लिए, तीनों की समान मात्रा लें, एक पेस्ट बनाएं, इसे छान लें और पौधों पर इसका उपयोग करें।

हैप्पी गार्डनिंग!

संपादन- जी एन झा

कवर फोटो: इंदिरा

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