गुजरात में बानसकंठा के राबरी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले रणछोड़ पागी ने साल 1965 और साल 1971 में बीएसएफ और भारतीय सेना की युद्ध के दौरान भारत-पाक सीमा पर कई चौकियों को पाकिस्तानी घुसपैठ से छुड़ाने में मदद की। आज भी उनके समुदाय के लोग कच्छ के रन में सेना की मदद करते हैं।