उत्तर-प्रदेश के मुज़फ्फरनगर के नन्हेड़ा गांव में पिछले 25 सालों से एक मिस्त्री (मकान बनाने वाला) लगभग 120 साल पुरानी मस्जिद का रख-रखाव कर रहा है। 59 वर्षीय रामवीर कश्यप के लिए यह उनका 'धार्मिक' कर्तव्य है। आश्चर्य की बात यह है कि इस गांव में एक भी मुस्लिम नहीं है।
अगर रोज धर्म के नाम पर होते खून-खराबें की खबरों से आपका मन विचलित है तो पढ़िए ये कहानियां जो आज भी देश में भाईचारे और प्रेम की भावना का सन्देश देती हैं। एक तरफ जहां एक औरत रोज़े रखती है तो मुस्लिम मंदिरों की सफाई हैं।