रानी दुर्गावती का जन्म 5 अक्टूबर, 1524 को उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले में कालिंजर के राजा कीर्तिसिंह चंदेल के यहाँ हुआ था। वे अपने पिता की इकलौती संतान थीं। दुर्गाष्टमी के दिन जन्म होने के कारण उनका नाम दुर्गावती रखा गया। उन्होंने मुग़लों के खिलाफ युद्ध लड़ा और मंडला को बचाया।
मालवा की रानी अहिल्याबाई होलकर को राजमाता अहिल्याबाई होलकर के नाम से भी पुकारा जाता है। इंदौर के इतिहास के पन्नों में उनकी बहादुरी और गौरव का वर्णन है। लेखिका ऐनी बेसंट ने इस मराठा रानी के शौर्य के बारे में लिखा है।