बाल गंगाधर तिलक द्वारा अपने अखबार ‘केसरी’ में इस्तेमाल की जाने वाली उत्तेजक भाषा से प्रभावित होकर इन्होंने रैंड के ख़िलाफ क़दम उठाने का फ़ैसला किया, क्योंकि उसने पुणे के कई परिवारों को अपमानित किया था।
स्वतंत्रता सेनानी बीना दास का जन्म बंगाल के कृष्णानगर में 24 अगस्त 1911 को प्रसिद्द ब्रह्मसमाजी शिक्षक बेनी माधव दास और समाजसेविका सरला देवी के घर में हुआ था। मात्र 21 साल की उम्र में बीना ने बंगाल के तत्कालीन गवर्नर पर पांच गोलियाँ चलाकर उनकी हत्या का प्रयास किया था।
इंग्लैंड के जॉर्ज सिडनी अरुंडेल ने अपना सबकुछ भारत और भारतवासियों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।अरुंडेल का जन्म 1 दिसंबर, 1878 को इंग्लैंड में हुआ था। पर उनकी कर्मभूमि भारत थी। वे एनी बेसेंट के सहयोगियों में से एक थे। उन्होंने एक भारतीय रुक्मिणी शास्त्री से शादी की।
शांति घोष भारत के स्वतंत्रता संग्राम की क्रान्तिकारी वीरांगना थीं। उनका जन्म 22 नवंबर 1916 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 15 साल की उम्र में एक अंग्रेजी अधिकारी को गोली मारी थी। उन्होंने अपनी आत्मकथा 'अरुणबहनी' नाम से लिखी। साल 1989 में 28 मार्च को उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली।
कर्नाटक के बेलगावी जिले के कित्तूर तालुका में हर साल अक्टूबर के महीने में 'कित्तूर उत्सव' मनाया जाता है। इस साल भी यह उत्सव 23 अक्टूबर, 2018 से 25 अक्टूबर, 2018 तक मनाया जायेगा। इसकी शुरुआत रानी चेन्नम्मा ने की थी। वे भारत की पहली स्वतंत्रता सेनानी थीं जिन्होंने अंग्रेजों को हराया।
8 अगस्त, 1942 को महात्मा गाँधी ने गोवलिया टैंक मैदान में 'करो या मरो' के नारे के साथ 'भारत छोडो आंदोलन' का आगाज़ किया। जिसमें बिहार के पटना के पास सारण में जन्मीं तारा रानी श्रीवास्तव ने आगे बढ़कर गाँधी जी के आंदोलन का मोर्चा संभाला।
अमेरिका की जाने-माने परिवार का बेटा और स्टॉक्स एंड पैरिश मशीन कंपनी का वारिस होते हुए भी सैम्युल इवान्स स्टॉक्स जूनियर ने अपना में कोढ़ से पीड़ित मरीजों की सेवा करते हुए बिताया।उन्होंने अंग्रेज़ों के विरुद्ध भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। ये कहानी है सैम्युल स्टॉक्स जूनियर की सत्यानंद स्टॉक्स बनने की।
अभिनेता अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म 'गोल्ड' का टीज़र रिलीज़ हो चूका और फिल्म 15 अगस्त 2018 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। अक्षय कुमार द्वारा निभाई गई तपन दास की भूमिका भारतीय हॉकी के पूर्व कप्तान किशन लाल के व्यक्तित्व से प्रेरित है।