5 जुलाई को आदर्श श्रीवास्तव ने मुजफ्फरपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस में यात्रा करते वक़्त अपने कोच में 26 लड़कियों के एक ग्रुप को सहमा हुआ और रोता हुआ देखा। आदर्श ने ट्विटर पर रेलवे प्रशासन व पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस की तीव्र प्रतिक्रिया के चलते इन लड़कियों को बचा लिया गया।