19 साल की छोटी सी उम्र में पायलट ऑफिसर के रूप में वे वायु सेना में दाखिल हुए थे। और 1965 के युद्ध में उन्होंने देश के पहले वायु सेनाध्यक्ष के रूप में भारतीय वायु सेना का नेतृत्व किया। उनके इस सफ़र में उन्होंने ऐसे-ऐसे कारनामे कर दिखाए थे, जिनके लिए वे सदियों तक याद किये जायेंगे!