‘कैम्ब्रिज मजलिस’ ने भारतीय उपमहाद्वीप के छात्रों को वाद-विवाद, विमर्श और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एक मंच प्रदान किया। पढ़ें, इस सोसायटी ने कैसे खोली थी भारत के आजादी की राह।
अंग्रेजों द्वारा शराब की दुकान खोलने और अफीम उगाने के विरोध में बसंतलता और उनकी महिला साथियों ने मोर्चा खोला था। ये 'स्वदेशी आंदोलन' इस कदर बढ़ा कि अंग्रेजों को इसे रोकने के लिए सर्कुलर निकालना पड़ा!