ठाणे में रहने वाले सोमनाथ पाल एक IT कंपनी में कम करते हैं और इसके साथ-साथ वह 11 हज़ार स्क्वायर फीट जगह में सैकड़ों कमल के फूल और वाटर लिली उगा रहे हैं!
साल 1998 में कौस्तुभ ताम्हनकर ने 'गार्बेज फ्री लाइफस्टाइल' पर काम करना शुरू किया था। आज उनके यहाँ से किसी भी तरह का कोई कचरा डंपयार्ड या फिर लैंडफिल में नहीं जाता!