अनुराभ के गार्डन में 250 से अधिक किस्म के गुलाब हैं। खास बात है कि ये गुलाब मिट्टी में नहीं है बल्कि कोयले की राख में उगाए गए हैं। यहाँ तक कि एक गुलाब का नाम उनके नाम पर 'अनुराभ मणि' भी है।
केवल 4-5 पौधों के साथ शुरू की गई बागवानी अब सैकड़ों पौधों के साथ एक खूबसूरत बगीचे में तब्दील हो गई है। यह बगीचा पूरे परिवार को जैविक भोजन और शुद्ध हवा तो देता ही है, साथ ही ये दिल्ली की बढ़ती गर्मी में ठंडा तापमान देकर राहत भी प्रदान करता है।
अंजलि मलिक का मानना है कि अगर हमारे पास 'फैमली फार्मर' है तो हमें फैमली डॉक्टर की ज़रूरत नहीं है। हम अच्छा खाएंगे तो बीमार नहीं होंगे और डॉक्टर की ज़रुरत नहीं होगी।