दूसरे विश्व युद्ध के बाद जो बचे हुए उपकरण और हथियार कबाड़ में बेचे जा रहे थे, उन्हीं में से डॉ. पूर्णिमा सिन्हा ने अपनी रिसर्च के लिए एक्स-रे उपकरण बनाया था।
नेटफ्लिक्स पर डॉ. अब्दुस सलाम की ज़िंदगी पर आधारित एक डॉक्युमेंट्री, 'सलाम, द फर्स्ट ****** नोबेल लौरियेट' रिलीज़ हुई है। इसमें उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों पर रौशनी डाली गयी है!