अंजलि मलिक का मानना है कि अगर हमारे पास 'फैमली फार्मर' है तो हमें फैमली डॉक्टर की ज़रूरत नहीं है। हम अच्छा खाएंगे तो बीमार नहीं होंगे और डॉक्टर की ज़रुरत नहीं होगी।
मेरे दिमाग में बचपन से एक बात घर कर गई थी कि बागवानी के लिए बहुत बड़ी जगह और बहुत सारी मेहनत की ज़रूरत होती है। लेकिन ‘द बेटर इंडिया’ ने न केवल मेरा यह भ्रम दूर कर दिया बल्कि कोरोना के इस तनावपूर्ण माहौल में बागवानी करने के लिए प्रेरित भी किया है।