Powered by

Latest Stories

HomeTags List सरपंच

सरपंच

MBA सरपंच ने बदली सूरत, हर साल 25 लाख लीटर बारिश का पानी बचाता है यह गाँव

By निशा डागर

MBA की डिग्री कर चुके, सत्यदेव गौतम, जब हरियाणा के पलवल जिले के भिडूकी गाँव के सरपंच बने, तब उन्होंने गाँव में बारिश के पानी को बचाने की मुहीम छेड़ी और आज यह गाँव हर साल 25 लाख लीटर बारिश का पानी बचाता है। जानिये कैसे कर दिखाया गाँववालों ने यह कमाल।

कभी बाढ़-प्रभावित रहे इस गाँव में आज लगे हैं 1 लाख से भी ज़्यादा पेड़!

By निशा डागर

गाँव में 10 किमी लम्बी नहर का निर्माण भी हुआ है, जिससे गाँव की 3, 000 एकड़ ज़मीन की सिंचाई अच्छे से हो रही है!

पढ़ाई के साथ संभाली गाँव की ज़िम्मेदारी, 32 लाख का काम करवाया सिर्फ़ 8.5 लाख रुपये में!

By निशा डागर

सिर्फ़ 21 साल की उम्र में सरपंच बनकर अपने गाँव की ज़िम्मेदारी लेने वाले पंथदीप को उनके विकास मॉडल और कामों के लिए प्रधानमंत्री द्वारा भी राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा जा चुका हैं!

देश का पहला गाँव जहाँ लगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, गाँववालों ने चंदा इकट्ठा कर किया विकास!

By निशा डागर

आज गाँव में हर दिन 4 लाख लीटर गन्दा पानी साफ़ करके खेतों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है!

दरामली : देश का पहला 'कौशल्य गाँव', जिसके विकास को देखने आते हैं देश-विदेश से लोग!

By निशा डागर

गुजरात के साबरकांठा जिले के दरामली गाँव को स्वच्छता के साथ-साथ, देश का प्रथम 'कौशल्य गाँव' होने के का भी सम्मान प्राप्त है। इस गाँव की सरपंच, देसाई हेतल बेन अंकुर भाई हैं। उनके कार्यों से प्रेरित होकर ही उत्तर-प्रदेश के हसुड़ी औसानपुर गाँव के सरपंच दिलीप त्रिपाठी ने भी अपने गाँव का विकास किया है।

यूपी का यह गाँव है देश का पहला डिजिटल 'पिंक विलेज', प्रधान की कोशिशों ने बदली तस्वीर!

By निशा डागर

उत्तर प्रदेश का सबसे पिछड़ा जिला माने जाने वाला सिद्धार्थनगर का एक छोटा-सा गांव हसुड़ी औसानपुर देश का शायद एकमात्र डिजिटल गांव है जिसकी जानकारी जीआईएस (जियोग्राफिकल इनफार्मेशन सिस्टम) सॉफ्टवेयर पर उपलब्ध है। इन सभी सुविधाओं का गांव में उपलब्ध होने का श्रेय जाता है, गांव के प्रधान दिलीप त्रिपाठी को।

हरियाणा की गोदिकां पंचायत का फैसला, 'बेटी वहीं ब्याहेंगें, जिस घर शौचालय पायेंगें'!

By निशा डागर

हरियाणा की गोदिकां पंचायत ने फैसला किया है कि जिस भी घर में शौचालय नहीं होगा वहां वे अपनी बेटियों की शादी नहीं करेंगें। अभिनेता अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर की फिल्म, टॉयलेट: एक प्रेम कथा से प्रभावित गांव के सरपंच धर्मपाल ने यह प्रस्ताव पारित किया।