1976 में सत्यजीत रे की लिखी यह लघु-कथा, हमें टेक्नोलॉजी से तभी आगाह कर चुकी थी!साहित्य के पन्नो सेBy मानबी कटोच02 May 2018 20:38 ISTहैरानी की बात है कि टेक्नोलॉजी की चरम सीमा पर पहुंचकर जिन बातों का डर हमें आज सता रहा है, उस डर को, उस खतरे को सत्यजीत रे आज से 40-50 साल पहले ही भांप चुके थे।Read More