अहमदाबाद, गुजरात में रहने वाले 31 वर्षीय डॉ. दिलीपसिंह सोढ़ा ने, अपनी छत पर पाँच किलोवाट क्षमता वाला सोलर सिस्टम लगवाकर, अपने घर के बिजली बिल को जीरो कर लिया है। इसके साथ ही, वह अपने पिता के साथ मिलकर पौधरोपण, ‘ट्रीगार्ड’ और ‘कार फ्री डे’ जैसी पहलों पर भी काम कर रहे हैं।
UPSC प्रीलिम्स परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की बेहतर तैयारी के लिए, कुछ जरूरी सुझाव और किताबों की सूची साझा कर रही हैं, 2018 की UPSC की परीक्षा में पाँचवीं रैंक प्राप्त करने वाली, IAS सृष्टि जयंत देशमुख।
UPSC Prelims 2021 की अधिसूचना के अनुसार, आयोग द्वारा सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा और भारतीय वन सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा संयुक्त रूप से आयोजित की जाएंगी और कुल 822 पदों पर भर्तियां होनी हैं।
साल 2015 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा में पूरे देश में 93वीं रैंक हासिल करने वाली गंधर्व राठौड़ ने यूपीएससी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए बहुत सी रोचक और व्यवहारिक बातें बताई हैं, जिन्हें पढ़कर आप भी बिना कोचिंग के इस परीक्षा की तैयारी करने का मन बना सकते हैं।
औरंगाबाद में सहायक आयकर आयुक्त के रूप तैनात IRS विष्णु औटी का बचपन काफी संघर्षों से भरा था। आलम यह था कि उन्हें अपना पेट भरने के लिए, चक्की मिल में फर्श पर गिरे हुए आटे को जमा करना पड़ता था।
आईपीएस अफ़सर अर्चना रामासुंदरम, भारत के सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक बनने वाली पहली महिला अफ़सर थीं। हैदराबाद पुलिस अकादमी ज्वाइन करने पर, अपनी क्लास में वे इकलौती लड़की थीं और इसके सालों बाद, वे महिला अफ़सरों के लिए एक मार्गदर्शक और प्रेरणा बनीं।
रावेनशॉ यूनिवर्सिटी, कटक से पीएचडी कर रहीं संध्या समरत, उड़ीसा के मलकानगिरी जिले के एक छोटे से गाँव सालिमी से हैं। संध्या ने उड़ीसा सिविल सर्विस परीक्षा 2018 में 91वीं रैंक प्राप्त की है। उनका सपना एक प्रशासनिक अधिकारी बनकर अपने जिले और गाँव में विकास करना है।
अंसार शेख भारत के सबसे युवा आईएएस अधिकारियों में से एक है। महाराष्ट्र निवासी अंसार ने साल 2016 में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा को पास कर लिया था। वे तब केवल 21 साल के थे। उनकी ऑल इंडिया रैंक 361 थी।