साल 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान मेजर पद्मपानी आचार्य, सेकंड राजपूताना राइफल्स के कंपनी कमांडर थे। उन्होंने टोलोलिंग चोटी को हासिल करते हुए अपना बलिदान दिया। उन्हें महावीर चक्र से नवाज़ा गया।
कारगिल में शहीद हुए कप्तान नेइकेझाकुओ केंगुरुसी का जन्म कोहिमा के नेरहमा गांव में हुआ था। नागालैंड में एक शताब्दी पहले तक इस गांव को पेरहमा या फिर हमेशा लड़ने वालों का घर कहा जाता था। उन्हें महावीर चक्र से नवाज़ा गया।
अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा और बहादुरी दिखाने वाले कप्तान महेंद्र नाथ मुल्ला को महावीर चक्र से नवाज़ा गया। कप्तान महेंद्र मुल्ला का बलिदान न केवल भारतीय नौसेना के लिए बल्कि पुरे देश के लिए प्रेरणा है।