तमिलनाडु सरकार ने छह महीने पहले ही राज्य में प्लास्टिक बैन की घोषणा कर दी थी, लेकिन 1 जनवरी 2019 से इस फैसले को प्रभाव में लाया जा रहा है। ऐसे में, राज्य भर के नारियल-पानी विक्रेताओं ने प्लास्टिक स्ट्रॉ का विकल्प ढूँढना शुरू किया है। वे पपीते के डंठल और बांस के तनों को स्ट्रॉ के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।