सुप्रीम कोर्ट ने आधार के खिलाफ दायर हुई याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाया। इस केस को भारतीय कानून के इतिहास में अगर जस्टिस के. एस पुट्टास्वामी (सेवानिवृत्त) बनाम यूनियन ऑफ इंडिया कहा जाएगा तो यह गलत नहीं होगा। यह वह ऐतिहासिक केस है जिसमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने प्राइवेसी को मुलभुत अधिकारों में जगह दे दी।