महाराष्ट्र के एक नक्सली क्षेत्र गडचिरोली से आने वाली प्राजक्ता पुणे में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी की नौकरी छोड़ आज मधुमक्खी पालन कर शहद उत्पादन कर रहीं हैं। वे गडचिरोली को एक नयी पहचान दे रहीं हैं। उनके द्वारा बनाया गया शहद 'कस्तूरी शहद' नामक ब्रांड से बेचा जाता है।