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पुणे के अभिषेक माने हमेशा से एक ईको-फ्रेंडली जीवन जीना चाहते थे और अपनी छोटी-बड़ी कोशिशों से प्रकृति को नुकसान से बचाते रहते। एक दिन उन्होंने अकेले ही बड़ा बदलाव लाने की ठानी और दस साल की रिसर्च के बाद सोलर एनर्जी का रास्ता अपनाया। उन्होंने अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर लगभग ढाई किलोवॉट सौर ऊर्जा से सबसे पहले घरेलू उपकरणों को चलाना शुरू किया था। आज यही सोलर पैनल दस किलोवाट बिजली पैदा करते हैं, जिससे अभिषेक अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ी भी चार्ज कर लेते हैं।
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अभिषेक माने ने प्रकृति को नुकसान पहुंचाए बिना पर्यावरण अनुकूल जीवन जीने के लिए घर में ही सोलर एनर्जी के अलावा, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, कम्पोस्टिंग जैसे ईको-फ्रेंडली तरीकों को लागू किया है! इससे न सिर्फ उनका बिजली का बिल कम हुआ, बल्कि जीवन भी काफी बदल गया है। वह शहर में रहकर भी देसी जीवन जी रहे हैं।
साथ ही, साल 2015 से वह बहन दीपाली के साथ मिलकर 'दीवा सोलर पॉवर सोल्यूशन' नाम से अपनी सोलर पैनल कंपनी भी चला रहे हैं। इसके ज़रिए वह अब तक 600 से ज़्यादा जगहों पर सोलर पैनल लगा चुके हैं। और इस तरह बिजली की खपत को काफी कम कर चुके हैं।
अभिषेक आज पूरी तरह एक सस्टेनेबल जीवनशैली अपनाते हैं और बाकी लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं।
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