द बेटर इंडिया की कहानी का असर: 35 बच्चियों को मिली मदद, दिवाली में छा गईं खुशियां

देवघर (झारखंड) में रहनेवाले हरे राम पाण्डेय, 9 दिसम्बर 2004 से उन सभी बेटियों के पिता बनकर सेवा कर रहे हैं, जिन्हें उनके खुद के माता-पिता ने लावारिस छोड़ दिया था। जानिए कैसे द बेटर इंडिया की कहानी से उन्हें मिली मदद।

shelter home for girls

एक समय पर देवघर में रहनेवाले 61 वर्षीय हरे राम पाण्डेय की खुद की कोई बेटी नहीं थी। न ही उनकी अपनी कोई बहन है, लेकिन उनके जीवन में एक ऐसा मोड़ आया कि आज वह कई बेसहारा लड़कियों के पिता बन गए हैं और उनके लिए नारायण सेवा आश्रम संस्था की शुरुआत की है। 

साल 2004 से जीवन की एक करुण घटना से प्रेरित होकर हरे राम ने बेटियों को सुरक्षित रखने और उनकी एक पिता बनकर सेवा करने के लिए नारायण सेवा आश्रम की शुरुआत की थी। हरे राम ने न सिर्फ इन बेसहारा लड़कियों को अपनाया और उनके रहने-खाने के इन्तज़ाम किया, बल्कि एक अच्छे पिता की तरह वह इन लड़कियों की शिक्षा और उनकी शादी की जिम्मेदारी भी उठा रहे हैं।

द बेटर इंडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया था, “इन बेटियों को पालने में मुझे परम आंनद मिलता है। ऐसा लगता है कि जीवन किसी अच्छे काम में लग रहा है। सुबह से शाम तक मुझे इन बच्चियों के भविष्य की चिंता होती रहती है।”

उनकी इस चिंता को थोड़ा कम करने और उनकी मदद के लिए अगस्त महीने में हमने उनकी कहानी प्रकाशित की थी, ताकि उन्हें लोगों से कुछ मदद मिल सके। 

ख़ुशी की बात यह है कि कई लोगों ने वह कहानी पढ़ी और उन्हें मदद भी मिली। हरे राम बताते हैं, "कई लोगों ने देश भर से हमारी कहानी पढ़कर, हमसे सम्पर्क किया। कई लोगों ने मदद के लिए हाथ भी बढ़ाया, जिससे हमारे आश्रम में रहनेवाली लड़कियों के एक महीने के राशन और इस दिवाली के तोहफों का बेहतर इंतजाम आराम हो गया है।"

1 बच्ची से हुई थी नारायण सेवा आश्रम की शुरुआत

Hare Ram Pandey At His Shelter Home With Girls
Hare Ram Pandey At His Shelter Home With Girls

हरे राम ने मात्र एक लड़की को बचाने से इस काम की शुरुआत की थी, समय के साथ हरे राम को जब भी ऐसी कोई बेसहारा लड़की की ख़बर मिलती, तो वह जल्द से जल्द जरूरतमंद बच्ची तक पहुंचकर उसे घर ले आते। कई बच्चियों को लड़की होने के कारण उनके माता-पिता ने छोड़ दिया था, तो कई बच्चियां मानसिक रूप से सामान्य नहीं थीं, इसलिए घर से निकाल दी गई थीं। 

यहां रहनेवाली हर एक बच्ची अच्छी शिक्षा हासिल कर रही है और कुछ की तो उन्होंने शादी भी करवा दी है। हरे राम और  उनकी पत्नी ही नहीं, बल्कि उनके बेटे और बहु भी इस काम में उनकी खूब मदद करते हैं। जिस काम को एक छोटे से सेवा कार्य के रूप में उन्होंने शुरू किया था, आज उसे उनके बच्चे बढ़ा रहे हैं। अपने परिवार और रिश्तेदारों सहित सामाजिक मदद से वह इस नारायण सेवा आश्रम संस्था को चला रहे हैं। हमें ख़ुशी है कि हम उनके इस नेक काम में उनकी थोड़ी मदद कर सके।  

मानवता के लिए किए गए उनके प्रयासों के लिए द बेटर इंडिया हरे राम पाण्डेय को दिल से सलाम करता है। अगर आप भी उनके काम में उनकी मदद करना चाहते हैं, तो उन्हें 8252121126 पर संपर्क कर सकते हैं।  

संपादनः अर्चना दुबे

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