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पद्मश्री डॉ. अरुणोदय मंडल हर साल सुंदरबन में 12,000 से अधिक मरीजों का मुफ्त इलाज करते हैं। वहां वह 'सुजन' नाम का एक क्लिनिक चलाते हैं और हर हफ्ते कोलकाता से 160 किमी की यात्रा करते यहां पहुंचते हैं ताकि यहां रहने वाले सैकड़ों लोगों का मुफ्त में इलाज कर सकें। उन्होंने साल 2000 में इस निःशुल्क सेवा का काम शुरू किया था। और पिछले 23 सालों से वह निरन्तर अपने काम के ज़रिए लोगों की मदद करते आ रहे हैं।
हर शनिवार, 70 साल के डॉ अरुणोदय मंडल सुबह जल्दी उठते हैं और करीबन छह घंटे की यात्रा करके हिंगलगंज पहुंचते हैं। यहाँ सैकड़ों लोग उनकी प्रतीक्षा करते हैं।
'सुंदरबन के सुजान'
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दरअसल, खुद एक पिछड़े इलाके से ताल्लुक रखने वाले डॉ. मंडल जरूरतमंदों की समस्या को बखूबी समझते हैं। कोलकाता के 'नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल' से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने के बाद, डॉ मंडल ने कई साल 'डॉक्टर बी.सी. रॉय मेमोरियल हॉस्पिटल' में काम किया।
जिसके बाद, 1980 में अपनी नौकरी छोड़कर अपने खुद के चैंबर से मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया।
सुंदरबन के लोगों के लिए काम करने के पीछे की खास वजह है यही थी कि वह अपने ज्ञान के ज़रिए अपने समुदाय की मदद करना चाहते थे।
आज 'सुंदरबन के सुजान' नाम से मशहूर डॉ. अरुणोदय सही मायनो ने में इंसानियत के डॉक्टर के जो अपने काम से कइयों की जिंदगी सवार रहे हैं।
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