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Indian Jugaad | Sustainable Innovations | Inspiring Innovations \ \ भारतियों के वे जुगाड़, जो बन गए आविष्कार और बदली तस्वीर! \ \  

प्राइमरी टीचर के एक इनोवेशन से बची हैदराबाद की 9 झीलें, केन्या से भी मिला 10 मशीनों का ऑर्डर!

By निशा डागर

आंध्र-प्रदेश के मुक्तापुर गाँव के मछुआरा समुदाय के गोदासु नरसिम्हा ने गाँव के तालाबों से खर-पतवार को हटाने के लिए एक ख़ास मशीन बनाई। हैदराबाद नगर निगम ने भी नरसिम्हा को कई झीलों की साफ़-सफाई का काम सौंपा और अब केन्या के मंत्री भी चाहते हैं कि वे उनके देश के लिए यह मशीन बनायें।

भारतीय वैज्ञानिकों ने ढूँढ निकाला उड़ीसा के पुरी में लुप्त हो चुकी सारदा नदी के निशान!

उपग्रह चित्रों, भूगर्भशास्त्र, ग्राउंड पेनिट्रेटिंग राडार (जीपीआर) के उपयोग से किए गए अध्ययन में वैज्ञानिकों को पानी के घटकों का अस्तित्व होने के संकेत मिलते हैं। इन संकेतों में वनस्पति पट्टी, लहरों से जुड़े चिह्न और ऐसी स्थलाकृति शामिल है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों का मानना है कि यह नदी घाटी हो सकती है।

दिहाड़ी मज़दूर ने बीमार पत्नी के लिए बनाया ख़ास 'टॉयलेट बेड', जीता नेशनल अवॉर्ड!

By निशा डागर

Tamilnadu में थालावैपुरम के निवासी एस. सरवनामुथु ने अपनी बीमार पत्नी के लिए 'टॉयलेट बैड' बनाया है। उनके इस आविष्कार को नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा चुना गया और उन्हें सम्मानित किया गया। अब उन्हें देशभर से इस तरह के ऑर्डर मिल रहे हैं।

इंजीनियरिंग छात्रों ने पास बह रहे गटर से बनायी गैस, चाय वाले की आमदनी की चौगुनी!

जून 2014 में इन दोनों ने पहली बार शिव प्रसाद की 'रामू टी-स्टॉल पर अपने इस आविष्कार का प्रदर्शन किया। स्थानीय मीडिया ने इसे ‘गटर गैस’ का नाम देकर इस प्रणाली की काफ़ी प्रशंसा की। इसने एलपीजी पर निर्भरता हटाकर रामू के चाय के ठेले की आय पहले की आय से चार गुना अधिक बढ़ा दी।

शोर्ट-सर्किट अलार्म से लेकर मौसम का हाल बताने वाले स्टेशन तक, ग्रामीणों के लिए किये इनोवेशन!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश के देवरिया जिले से ताल्लुक रखने वाले 30 वर्षीय अब्दुल कलीम एक इनोवेटर हैं और उन्हें साल 2009 में नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन ने भी सम्मानित किया था। अब तक उन्होंने लोगों की दैनिक ज़रूरतों और समस्याओं को हल करने के लिए कई तरह के आविष्कार बनाये हैं!

60 वर्षीय दिव्यांग ने ई-वेस्ट का इस्तेमाल कर बनाई ई-बाइक, मथुरा का 'देसी जुगाड़' बना प्रेरणा!

By निशा डागर

गुजरात में सूरत के रहने वाले 60 वर्षीय विष्णु पटेल ने बिना किसी प्रोफेशनल ट्रेनिंग और मदद के, अलग-अलग तरह के कचरे का इस्तेमाल कर 'ई-बाइक' बनाई

भारतीय वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका में ढूंढ निकाला 'ब्लड कैंसर' का इलाज!

भारतीय वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका में ऐसी कवक प्रजातियों (फंगस) की खोज की है, जिनसे रक्त कैंसर के इलाज में उपयोग होने वाले एंजाइम का उत्पादन किया जा सकता है।

बिहार: 14 साल की उम्र में बनाई 'फोल्डिंग साइकिल,' अपने इनोवेशन से दी पोलियो को मात!

By निशा डागर

बिहार के पश्चिमी चंपारण के एक गाँव से ताल्लुक रखने वाले संदीप कुमार बचपन से ही पोलियो ग्रस्त हैं और भारतीय डाक सेवा में डाक सहायक के तौर पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही, संदीप एक इनोवेटर हैं। उन्होंने एक 'फोल्डिंग साइकिल' बनाई, जिसके लिए साल 2009 में उन्हें नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन ने सम्मानित किया।

पुणे: दिव्यांग भाई के लिए दसवीं कक्षा की इस छात्रा ने बनाई व्हीलचेयर-कम-साइकिल!

By निशा डागर

महाराष्ट्र में पुणे के बारामती शहर की निवासी 16 वर्षीय मयूरी पोपट यादव ने अपने दिव्यांग भाई के लिए एक खास व्हीलचेयर-कम-साइकिल बनाई है। जिसकी मदद से अब उसके भाई को स्कूल आने-जाने में तकलीफ़ नहीं होगी। इस प्रोजेक्ट में मयूरी के स्कूल में उसे पूरा समर्थन मिला।