राजू मुप्पारापू जब छोटे थे, तो उन्हें यह देखकर बेहद आश्चर्य होता था कि शाम 5 बजे से ही स्ट्रीट लाइटें जला दी जाती हैं। कभी-कभी, तो ये लाइट्स दिन के उजाले में भी जलती रहती थीं। वह यह सोचकर काफी परेशान हो जाते थे कि ऐसे में कितनी ज्यादा बिजली बर्बाद होती होगी और वह बिजली का बिल कम करने के उपाय ढूंढने लगे।
जब वह बड़े हुए तो उन्होंने एक ऐसे डिवाइस का आविष्कार करने का फैसला किया, जो प्राकृतिक रोशनी को डिटेक्ट करता है और ज़रूरत न होने पर स्ट्रीट लाइट्स को बंद कर देता है, जो बिजली का बिल कम करने का उपाय है।
400 गावों में हो रही 30% बिजली बिल में कटौती
तेलंगाना में बनाया गया यह डिवाइस ‘लाइट डिपेंडेंट रेसिस्टर (LDR)’ का इस्तेमाल करता है। यह डिवाइस पहले तो डिटेक्ट करती है कि रोड पर पर्याप्त रोशनी है या नहीं और अगर पर्याप्त उजाला होता है, तो यह ‘मेन सिस्टम कंट्रोलिंग स्ट्रीट लाइट’ को बंद कर देता है। राजू के मुताबिक, इस डिवाइस की कीमत 3,000 रुपये से 3,500 रुपये के बीच है।
शुरुआत में उन्होंने इस डिवाइस को 10 ग्राम पंचायतों में लगाया था और फिर छह महीने तक बिलों की जांच करने के बाद, ग्राम प्रधानों ने महसूस किया कि इस डिवाइस की मदद से उनके बिजली बिलों में लगभग 25-30 प्रतिशत कटौती हुई है।
31 वर्षीय राजू की हमेशा से इलेक्ट्रॉनिक्स में दिलचस्पी रही है। वह बताते हैं कि उनके पिता एक इलेक्ट्रीशियन थे, इसलिए उन्हें इससे थोड़ी मदद मिली। हालांकि, इस विशेष डिवाइस के लिए, उन्होंने किसी से इनपुट नहीं लिया और इसे खुद ही बनाया है।
आज उनके द्वारा बनाया गया डिवाइस, तेलंगाना के 400 से ज्यादा गांवों में लगाया गया है।
बिजली का बिल कम करने के उपाय
राजू ने और भी कई अनोखी डिवाइसेज़ बनाई हैं, यहां देखें वीडियो
मूल लेखः अनाघा आर मनोज
संपादनः अर्चना दुबे
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