किसान ने अपनी सूझबूझ से बनाया पक्षियों के लिए आशियाना, दिखने में नहीं किसी बंगले से कम

गुजरात के भगवानजी भाई रूपापारा ने अपने गांव में 2500 छोटे-बड़े मटकों से एक ऐसा पक्षी घर बनाया है, जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।

Pakshi ghar


हजारों मटकों से शिवलिंग आकार का यह ढांचा, कोई थीम पार्क नहीं बल्कि गुजरात के नवी सांकली गांव के एक चौथी पास किसान भगवानजी भाई का बनाया पक्षी घर है। 

यह पक्षियों के लिए गुजरात के भगवानजी भाई का प्यार ही था कि उन्होंने खर्च की परवाह किए बिना,  परिदों के लिए ऐसा घर बनाया है। हम सभी घर बनाने के लिए अक्सर आर्किटेक्ट से लेकर इंटीरियर डिज़ाइनर की मदद लेते हैं लेकिन चौथी पास भगवानजी भाई ने खुद की सूझ-बुझ से 140 फीट लम्बा और 40 फीट ऊंचा पक्षी घर तैयार किया है। आपको जानकर यह ताज्जुब होगा कि इसके लिए उन्होंने लगभग 20 लाख रुपये खर्च किए हैं। इसमें उन्होंने तक़रीबन 2500 छोटे-बड़े मटकों को इस तरह से सजाया है कि कई तरह के पक्षी इसमें अपना घर बना सकें।

bhagwanji bhai made a bird house in his village

सालों से पक्षियों को दाना देते 75 वर्षीय भगवानजी भाई को अक्सर यह चिंता होती थी कि बारिश में ये पक्षी कहां रहते होंगें। बस फिर क्या था, उन्होंने खुद पक्षियों की इस परेशानी का समाधान निकाल डाला। उनका बनाया यह सुंदर पक्षी घर उनके छोटे से गांव की पहचान बन गया है। इस काम में उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने भी उनका साथ दिया। 

इस अनोखे पक्षी घर को तैयार करने के लिए भगवानजी ने तक़रीबन एक साल का समय लगा । वह कहते हैं, “ईश्वर की कृपा से मैं आर्थिक रूप से सक्षम हूं। मैंने सोचा कि क्यों न उन बेजुबानों के लिए काम करूं। पक्षी हमसे मदद मांग नहीं सकते हैं, हमें खुद आगे बढ़कर उनकी सहायता करनी होगी।”

75 की उम्र में भी वह खुद अपने 100 एकड़ खेतों का काम संभालते हैं। जबकि उनके दोनो बेटे एक एग्रो कंपनी चलाते हैं। इससे पहले उन्होंने गांव में एक शिव मंदिर भी बनाया था। इस पक्षी घर को भी उन्होंने शिवलिंग के आकार का ही बनाया है।  

आज इस पक्षी घर में कबूतर, तोता सहित कई किस्म के पक्षी तो रहते ही हैं साथ ही यह उनके गांव की एक पहचान भी बन गया है। जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।  

 संपादन- जी एन झा

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