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May 2025: इन गुमनाम नायकों को आपने दी पहचान

आपके प्यार ने इन गुमनाम नायकों को दी पहचान!

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May 2025: इन गुमनाम नायकों को आपने दी पहचान

आपके प्यार ने इन गुमनाम नायकों को दी पहचान!

40% बढ़ी गृहिणी के बनाए केसर प्रोडक्ट की सेल

ओडिशा की सुजाता अग्रवाल के बनाएं केसर प्रोडक्ट्स की बिक्री 40% तक बढ़ी, Agriculture के स्टूडेंट्स ने प्रेरित होकर शुरू की केसर की खेती।
जब लोगों ने कहा, “केसर तो बस कश्मीर में मिलता है”, तब एक गृहिणी ने इसे ओडिशा में अपने घर के कमरे में उगा कर दिखा दिया और अब इससे हर साल 24 लाख रूपये कमा रही हैं। एक बिज़नेस परिवार से आने वाली सुजाता पेशे से एक डांस टीचर थी लेकिन कोरोना में जब Classes बंद हुईं, तब उन्होंने परिवार को पौष्टिक खाना खिलाने के लिए Hydroponic तरीके से Microgreens उगाना शुरू किया। इस सफल कोशिश के बाद सुजाता
कुछ नए प्रयोग करना चाहती थीं तभी उन्हें केसर के बारे में पता चला उन्होंने कई दिनों तक रिसर्च किया, कश्मीर के किसानों से राय ली, और फिर 10 लाख रुपये निवेश कर करके अपने ही घर के एक 10/10 के कमरे में केसर का सेटअप लगा दिया। केसर के घागों को
बेचने के साथ ही वह इससे Hair Serum , Kahwah Tea और Face Packs जैसे Products बनाने लगीं और Launch किया अपना खुद का Brand 'Bloom In Hydro'

शुक्रिया उनकी इस प्रेरणादायी कहानी को दर्शको का ढेर सारा प्यार देने के लिए, इससे गृहिणी से बिज़नेसवुमन बनी सुजाता के प्रोडक्ट्स की बिक्री भी बढ़ गयी।

माँ-बेटी टिफीन सर्विस को मिली लोगों की मदद

अहमदाबाद की शिल्पा बेन करशाला से जो एक Single Mother हैं उनकी दो बेटियाँ और एक बेटा है करीब 10 साल पहले उनके पति घर छोड़कर चले गए थे। और फिर कभी लौटे नहीं ऐसे में बच्चों और घर की पूरी ज़िम्मेदारी शिल्पा बेन पर आ गई उस वक़्त बच्चे छोटे थे घर में राशन तक नहीं था।
लेकिन शिल्पा बेन ने हिम्मत नहीं हारी उन्होंने सिलाई मशीन से काम शुरू किया और घर घर जाकर कपड़े बेचे धीरे धीरे ज़िंदगी पटरी पर आ गई
आज उनकी दोनों बेटियाँ कॉलेज में पढ़ती हैं और बेटा 6वीं कक्षा में है कुछ समय पहले शिल्पा बेन को पथरी की सर्जरी करवानी पड़ी जिसके बाद सिलाई करना मुश्किल हो गया लेकिन शिल्पा बेन खाली नहीं बैठीं उन्होंने अपनी बेटी की मदद से टिफ़िन सर्विस शुरू की टिफ़िन बनाना और स्कूटर से डिलीवरी करना दोनों बेटियाँ मदद करने लगीं इस तरह सिर्फ़ 2 3 टिफ़िन से Maa Dikri Tiffin की शुरुआत हुई धीरे धीरे सोशल मीडिया से ऑर्डर मिलने लगे
एक दिन डिलीवरी के दौरान फुटपाथ पर रहने वाले कुछ भूखे लोगों ने उनसे खाना माँगा यह देखकर हेत्वी और देवांशी बहुत भावुक हो गईं अगले ही दिन से शिल्पा बेन ने थोड़ा एक्स्ट्रा खाना बनाकर ज़रूरतमंदों को देना शुरू कर दिया लेकिन अकेले कितनों की मदद कर पातीं। इसलिए उन्होंने सोशल मीडिया पर
एक अपील वीडियो डाला ताकि और लोग इस सेवा में साथ दे सके। आज ये माँ बेटी माँ बेटी टिफ़िन सर्विस के साथ-साथ भूखे को भोजन सेवा भी चला रही हैं।

उनकी कहानी को ढेर सारा प्यार मिला, आर्थिक सहायता के साथ सोशल मीडिया में उनके फोल्लोवेर्स भी बढ़ गए।