पढ़ाई के साथ सफल बिज़नेस भी! B.Tech पानीपूरी वाली बना रहीं स्ट्रीट फ़ूड को हेल्दी

panipuri wali

पानीपूरी खाते समय कैलोरी और हाइजिन की चिंता से परेशान होकर दिल्ली की तापसी उपाध्याय ने शुरू कर दिया खुद का पानीपूरी बिज़नेस। उनकी बिना तेल की बनी पूरी और मिनरल वॉटर से बना पानी लोगों को खूब पंसद आ रहा है।

सड़क पर पानीपूरी खाते समय क्या आपको भी हाइजीन और कैलोरीज़ की चिंता होती है? लेकिन इसके लाजवाब स्वाद से अपने आपको दूर रखना मुश्किल भी लगता है? ऐसी ही दिक्कत तापसी उपाध्याय को भी आती थी। इसलिए उन्होंने इस परेशानी को बिज़नेस में बदलने का सोचा। अपनी बीटेक की डिग्री हासिल करने के साथ-साथ आज 21 वर्षीया तापसी, दिल्ली में पानीपूरी बेच रही हैं।  

ऐसा नहीं है कि कहीं नौकरी न मिलने के डर से उन्हें इस बिज़नेस का ख्याल आया। बल्कि सच्चाई तो यह है कि उन्हें यह आइडिया पढ़ाई के दौरान ही आ गया था। द बेटर इंडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वह हमेशा से भारतीय स्ट्रीट फ़ूड का एक हेल्दी विकल्प खोजती थीं। लेकिन उन्हें ऐसी जगह कम ही मिलती थी, जहाँ हेल्थ और सफाई जैसी चीज़ों का ध्यान रखा गया हो।

इसलिए पढ़ाई ख़त्म होते ही उन्होंने पानीपूरी के साथ अपने काम की शुरुआत कर दी। आने वाले समय में वह कई और स्ट्रीट फूड्स का हेल्दी विकल्प लोगों के लिए लेकर आएंगी। तापसी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस काम की शुरुआत की है।  

12 युवाओं की दे रहीं रोजगार भी 

तापसी का कहना है कि पानीपूरी बनाने में वह एयर-फ्रायर का इस्तेमाल करती हैं, साथ ही खजूर और ऑर्गेनिक गुड़ से मीठी चटनी और हाथ से मिट्टी के बर्तन से पीस कर खट्टा पानी बनता है। साथ ही वह, हर काम के लिए मिनरल वॉटर का इस्तेमाल ही करती हैं। 

शुरुआत में उन्हें थोड़ा डर था कि उनका आइडिया लोगों को पसंद आएगा या नहीं? लेकिन आज बीटेक पानीपूरी वाली नाम से वह दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में चार स्टॉल्स चला रही हैं। इस तरह से वह करीबन 12 लोगों को रोज़गार भी दे रही हैं।  

तापसी ने कम समय में ही अपने स्वाद और अनोखे अंदाज़ से न सिर्फ दिल्ली, बल्कि देश भर में अपनी अलग पहचान बना ली है। देसी स्ट्रीट फ़ूड को हेल्दी बनाने के उनके प्रयास को सभी पंसद भी कर रहे हैं। अगर आप भी दिल्ली में हैं, तो एक बार बी. टेक पानीपूरी वाली के गोलगप्पे खाना तो बनता है। 

आप तापसी के बिज़नेस के बारे में ज़्यादा जानने के लिए उन्हें इंस्टाग्राम पर संपर्क कर सकते हैं।  

संपादन- अर्चना दुबे

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