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फोटो: हिंदुस्तान टाइम्स
उड़ीसा के केनोझर जिले के तलाबैतरनी गांव से ताल्लुक रखने वाले 75 वर्षीय दैतरी नायक ने गांव में 100 एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए गोनसीका पहाड़ पर 3 किमी लंबी नहर खोदी है। गांववालों के लिए नायक उनके 'मांझी' बनकर उभरे हैं। अनियमित बारिश के चलते उनकी फसलों को पानी न मिलने के कारण नायक ने नहर की खुदाई शुरू कर दी। बारिश के अलावा पानी का एकमात्र साधन गोनसीका पहाड़ से निकलने वाली जलधारा है।
साल 2010 में नायक ने एक फावड़े के साथ पहाड़ पर से नहर खोदना शुरू किया। उनके गांववाले उनके इन प्रयासों की खिल्ली उड़ाते थे पर नायक के अथक परिश्रम को देखकर कुछ महीने बाद उनके भाइयों ने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया। जब नायक और उनके भाइयों ने कंकड़ और मिट्टी आदि से नहर बना दी तो गांव वाले भी उनके साथ आ गए।
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आखिरकार साल 2013 में नहर का काम पूरा हुआ। और पिछले पांच सालों से गांव में खेतो की सिंचाई में कोई रुकावट नहीं है। गांववाले अब धान, मक्का और सरसों के साथ-साथ कुछ सब्जियां भी उगा रहे हैं।
जिले के कलेक्टर ने नायक के काम को अविश्वसनीय बताते हुए कहा, "उन्होंने इस उम्र में इतना हौंसला व दृढ़ता दिखाई है। प्रशासन नहर को पक्का करने का काम कराएगी और साथ ही हम एक स्थायी चेक बाँध की योजना पर काम कर रहे हैं।"
जिला प्रशासन गांव के खेतों में पानी लाने के लिए नायक को पुरुस्कृत करने की भी योजना बना रहा है। नायक का काम यक़ीनन अविश्वसनीय है।
( संपादन - मानबी कटोच )