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डॉ भरत वातवानी और सोनम वांगचुक को इस वर्ष रमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें 31 अगस्त को फिलीपींस के सांस्कृतिक केंद्र में एक समारोह पर औपचारिक रूप से पुरस्कार दिया जाएगा।
डॉ भरत वातवानी मुंबई से एक मनोचिकित्सक हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के करजत में श्रद्धा पुनर्वास फाउंडेशन की स्थापना की। जहां उनका उद्देश्य मानसिक रूप से बीमार लोगों को ठीक कर उनके परिवारों से फिर से मिलाना है।
फाउंडेशन ने कहा, "भारत में मंज़िल पीड़ितों के लिए डॉ भरत के काम को देखते हुए, उन्हें सम्मानित किया जा रहा है। वे अपने कार्य के प्रति दृढ़ निश्चयी हैं। और हर हाल में मानवीय सम्मान को सहेजने की कोशिश कर रहे हैं।"
इसके अलावा सोनम वांगचुक एक इंजीनियर, इन्नोवेटर और शिक्षा सुधारवादी हैं। फिल्म 'थ्री इडियट्स' में आमिर खान का किरदार वांगचुक के जीवन पर ही आधारित था। वे स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (एसईसीओएमएल) के संस्थापक-निदेशक भी हैं।
सोनम वांगचुक ने सरकारी स्कूल व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकार, ग्रामीण समुदायों और नागरिक समाज के सहयोग से 1994 में ऑपरेशन न्यू होप भी शुरू किया था। फाउंडेशन ने कहा,
"उनके कार्यों के चलते लद्दाखी युवाओं के जीवन में सुधार आया है। अब उनके पास बहुत से अवसर हैं। उन्होंने अपनी संस्था से दुनिया में अल्पसंख्यक लोगों के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है।"
यक़ीनन यह देश के लिए गर्व की बात है कि हमारे यहां से दो भारतियों को यह सम्मान मिलने जा रहा है।