अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIMS), नई दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के मुताबिक, 2-18 आयु वर्ग के बच्चों को टीका लगाया जाना चाहिए "क्योंकि यह महामारी से छुटकारा पाने का एकमात्र तरीका है"।
बीरेंद्र कृष्णा भद्रा एक प्रमुख बंगाली नाटककार थे। उनके द्वारा जाप किए गए 'चंडीपाठ' ने, न जाने कितनी पीढ़ियों को महालया के दिन, सुबह-सुबह 4 बजे बिना किसी झुंझलाहट के जगाया है।
पुराने घाव से परेशान मरीजों के लिए एक राहत भरी खबर है। समुद्री शैवाल (Sea Algae) ‘अगर’ से प्राप्त एक नेचुरल पॉलीमर से घाव पर मरहम-पट्टी (ड्रेसिंग) की नई तकनीक विकसित की गई है।
भारत के कई क्षेत्रों में पोषक गुणों से भरपूर ऐसे कई फूड प्रोडक्ट्स पाए जाते हैं, जिनकी ओर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता। इसी कारण उनके सेवन से मिलने वाले पोषण और स्वास्थ्य लाभ से हम वंचित रह जाते हैं।
शहरों में ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से बच्चे फिर भी पढ़ाई कर पाने में सक्षम हैं, लेकिन देश के दूर-दराज़ और विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों के रहने वाले बच्चों को यह सुविधा बहुत अधिक नहीं मिल पाती। ऐसे में उत्तराखंड के कल्याण मनकोटी एक समर्पित शिक्षक के रूप में सामने आए।
वैज्ञानिकों ने आर्सेनिक अशुद्धियों का पता लगाने के लिए एक ऐसा सेंसर विकसित किया है, जो केवल 15 मिनट में पानी और फूड सैंपल्स में आर्सेनिक का पता लगाने में सक्षम है।
इसरो, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की तरह, अंतरिक्ष का अहसास दिलाते उपभोक्ता-उत्पादों की श्रृंखला पेश करने की तैयारी में है। इससे बच्चों, छात्रों और आमजनों की अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों के प्रति रुचि बढ़ेगी।