कैसे करें यूपीएससी की तैयारी : यूपीएससी 2017 में दूसरे स्थान पर आने वाली अनु कुमारी के सुझाव!

कैसे करें यूपीएससी की तैयारी : यूपीएससी 2017 में दूसरे स्थान पर आने वाली अनु कुमारी के सुझाव!

फोटो: फेसबुक/अमर उजाला

हाल ही में जब यूपीएससी 2017 का परिणाम घोषित हुआ तो उसमे दूसरी रैंक हासिल की, अनु कुमारी ने। हरियाणा के सोनीपत से ताल्लुक रखने वाली अनु कुमारी, एक बच्चे की माँ भी हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिन्दू कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन व नागपुर से एमबीए किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत आईसीआईसीआई प्रोविडेंट म्युचअल फण्ड, मुंबई से की।

साल 2012 में वे गुरुग्राम आ गयीं और उनकी शादी हो गयी। जून 2016 में अनु ने अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। जब अनु ने तैयारी शुरू की तब उनका बेटा वियान सिर्फ ढाई साल का था।

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उन्होंने बताया, "शुरुआत मे, मैं मेरी माँ के घर पर थी। पास के पुस्तकालय में जाकर पढ़ाई करती पर मैं जैसे ही घर आती वियान को मेरा वक़्त चाहिए होता, वो सिर्फ ढाई साल का था। पर मुझे पता था कि मेरी किताबों से दूर होने वाले उन कुछ घंटों में भी मेरी प्रगति में बाधा आ सकती है। वह वक़्त बहुत मुश्किल था।"

हालाँकि, अनु ने किसी भी चीज़ को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। और आख़िरकार, उनकी मेहनत रंग लायी। उन्होंने परीक्षा परिणाम में राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया।

अनु की ट्रेनिंग अगस्त, 2018 से शुरू होगी।

पर पिछले महीने में उन्होंने फेसबुक के जरिये बहुत से यूपीएससी के प्रतिभागियों के पूछने पर उनके मार्गदर्शन हेतु पोस्ट शेयर की। जी हाँ, उन्होंने अपने कुछ नोट्स व पढाई करने का तरीका साँझा किया है। अनु ने अपनी पोस्ट में बताया है कि वे एनसीआरटी की किताबों से सिलेबस के छोटे पॉइंट्स बनाने की बजाय कुछ अंतराल पर सरे सिलेबस का रिवीजन किया करती थी।


इसके अलावा उन्होंने प्रीलिमनरी परीक्षा में करंट अफेयर्स के अध्ययन के लिए insightsonindia.com वेबसाइट से पढ़ाई की, क्योंकि इस वेबसाइट पर आपको बहुत ही संक्षिप्त विवरण मिलेगा। लेकिन मुख्य परीक्षा के लिए वे करंट अफेयर्स के रिवीजन पर बहुत वक़्त नहीं जाया करना चाहती थीं इसलिए उन्होंने नोट्स बनाकर पढ़ाई की।

आप उनके नोट्स यहां पढ़ सकते हैं क्लिक करें

पर ध्यान रहे कि ये नोट्स मात्र एक संदर्भ के लिए हैं ताकि आप इनसे प्रेरणा ले अपने अनुरूप अपनी कार्यनीति बनाएं।


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