Powered by

Home पशुओं का संरक्षण अपने बेटे की मृत्यु के बाद, पुणे की इस महिला ने अपने दिल और घर के दरवाजे जख्मी पशुओं के लिए खोल दिए!

अपने बेटे की मृत्यु के बाद, पुणे की इस महिला ने अपने दिल और घर के दरवाजे जख्मी पशुओं के लिए खोल दिए!

New Update
अपने बेटे की मृत्यु के बाद, पुणे की इस महिला ने अपने दिल और घर के दरवाजे जख्मी पशुओं के लिए खोल दिए!

दुभीकुछशर्तोंकेसाथआताहै।दुनियाचाहतीहैकिआपउससेउभरजाएँलेकिनफिरभीआपकेदिमागमेंखालीपनकाशोकटूटेहुएरिकॉर्डकीतरह बार बारबजतारहताहै, इसउम्मीदमेंकिकोईअलगधुनबजेगी।औरइसदौरानआपइंतज़ारमेंबैठे-बैठेसोचतेहैं किक्याकोईरास्ताहैजिससेआपकेगमकोएकसकारात्मकदिशामिले।कभी-कभीएकरास्ताहोताहै!

पद्मिनी स्टम्प के साथ ऐसा ही कुछ जुलाई 2006 के एक दुखद हादसे के बाद हुआ। और उसके बाद पिछले दस सालों से, पुणे की ये पशु-प्रेमी और कार्यकर्ता जानवरों को बचा रही है और अपने घर पर पाल भी रही हैं।

14102240_1235731803152623_833072916513415275_n

Photo Source

अपनामिशनशुरुकरनेसेपहलेपद्मिनीअपने 27 वर्षीयबेटेस्टीव, जोकिदुबईकेएकघातकहमलेकाशिकारहुएथे, केमृत्यु-शोकसेजूझरहीथी।एकरात, जबवोकाफीदुखीमहसूसकररहीथी, पद्मिनीघरसेबाहरनिकलीऔरदेखाकिएकपिल्लाउन्हेहीदेखरहाहै।जैसेहीउन्होंनेउसेउठाया, उन्हेंलगाकिउन्हेंआगेबढ़नेकीवजहमिलगयीहै।

अगलेकुछदिनों में, पद्मिनीकोएहसासहुआकिआवाराजानवरोंकीमददकरकेउन्हेबहुतशांतिमिलतीहैऔरतबउन्होंने 'मिशनपॉसिबल' कीस्थापनाकी, जोकिपशु-कल्याणकीतरफएकपहलहैऔरभटकेहुएजानवरोंकोबचातीहै।

नामीकैंसरस्पेशलिस्ट, डॉरवींद्रकास्बेकर, जोकिपद्मिनीकेपुरानेपारिवारिकमित्रहैं , भीजल्दहीइसमिशनसेजुड़गए।

14079945_1235731839819286_4518156293394819319_n
डॉ रवींद्र कास्बेकर
Photo Source

तबसे, पद्मिनीऔररवींद्रनेकईसौजानवरोंकोबचाया, उनकाउपचारकिया, उन्हेंटीकेलगवाएऔरपालाहै।पद्मिनीकापुणेस्थितघर, गुलशनमहल, एकसमयमेंसौसेज्यादाबचाएगएकुत्तेऔरबिल्लियोंकाघरभीहोताहै।पैसोंकेअलावा (जोज्यादातरउनकीहीपूँजीऔरछोटे-मोटेचंदोसेआताहै), येदोनोंअपनासमयऔरऊर्जाजानवरोंकीदेखरेखमेंलगातेहैं।

रवींद्र, एक 63 वर्षीय कैंसरसर्जन, अपनीमेडिकलप्रैक्टिसऔरमिशनपॉसिबलमेंहीलगेरहतेहैं।अपनेक्लिनिक, सर्जरीऔरपशुओंकेचलतेउनकेपासखुदकाकोईसमयहीनहींबचता।वहींदूसरीतरफपद्मिनीएकदादीहैंजोपुणेऔरदुबई, जहाँउनकापरिवारबसाहै, केबीचझूलतीरहतीहै।पद्मिनीकापरिवारजानताहै किउनकाकामउनकेलिएकितनाजरूरीहैऔरसमझताहैं किउन्हेंअपनेजानवरोंकेलिएपुणेमेंरहनापड़ताहै

हररोज, पद्मिनीऔररवींद्रचिकनऔरदलियाकेडिब्बेउठातेहैंऔरजानवरोंकोखिलानेनिकलपड़तेहैं।

14100408_1235731783152625_8954557819568115387_n

Photo Source

वेफिरअपनासमय घायल कुत्तोंकोदवाईदेनेऔरठीकहुएजानवरोंकोदेखनेसेपहलेपशु-चिकित्सककीमददसेबीमारकुत्तोंकोसेलाइनड्रीपलगातेहैं।प्रताड़ितकरनेवालेलोगोंकेखिलाफपुलिस शिकायत दर्ज करनेसेलेकरकचरेके ढेरमेंभूखेपिल्लेढूंढनेतक, इनलोगोंनेसबकियाहै।

हालाँकि, ऐसानहीं हैकिसबलोगोंनेपद्मिनीकीदयालुभावनाभरीपहलकोसराहा।उन्हेअपनेगुस्साएपड़ोसियोंकाभीविरोधझेलनापड़ा।वेचाहतेथेकिपद्मिनीघायलकुत्तोंकोअपनेघरमेंपाले।लेकिनपद्मिनीबेफिक्रहैउनकामानना हैकिहरपशुजीनेकेएकमौकेकाहकदारहोताहैऔरउन्हेंएकप्याराघरदेनेकेलिएदृढ़निश्चितहैं।

एकअच्छीबातयहहै कि, मिशनपॉसिबलकोकभी-कभीउनकीहीतरहसोचनेवालेलोगोंसेमददमिलजातीहैं।अक्षयशाहऔरअजयपटेल - येदोदोस्तहैंजोकईबारअपनीइच्छासेपद्मिनीकीमददकरतेहैं।अमरजाधवराव, जोएकपिल्लागोदलेनेके लिएउनकेशेल्टरपरआएथे, इससबसेइतनाप्रभावितहुएकिउन्होंनेपुणेकीसीमापरस्थितअपनीसासवडवालीजमीनउन्हेदानकरदी।

मिशनपॉसिबलद्वाराअबसासवडमेएकबड़ाशेल्टरऔरऑपरेशनथिएटरबनानेकीयोजनाबनाईजारही है।

14064263_1235697813156022_8233111884106253640_n

Photo Source

इतनेसालोंमें, गुलशनमहलबचाएहुएकुत्तेऔरबिल्लियोंकेलिएएकसुरक्षितघरमेंतब्दीलहोगयाहै।हालाँकियहांरहनेवालेबहुतसेजानवरोंकीकहानियाँदुखऔरदर्दसेभरीहैं।जैसेकिछोटेसेप्यारेमोतीकी, जिसकेमालिकपरलोगोंकाकर्जथा।इसलिएउसेसबकसिखानेके लिएउन्होनेमोतीकोपकडकर, उसकीआँखेंफोड़दीऔरटाँगेंतोड़दीथी।जिससमयतकवहपद्मिनीऔररवींद्रकोमिला, उसकाघावसंक्रमितहोगयाथाऔरउसमेंकीडे़लगगएथे।उसेठीकहोनेमेंबहुतसमयलगा, लेकिनआजउसकीतरफदेखकरआपबतानहींसकतेकिवहइतनीतकलीफोंसेगुज़राहै।

ऐसीऔरभीहृदय-विदारककहानियाँहैं, जैसेकिएककुत्ताहैंजिसकीकमरटूटचुकीहै, एकजिसकाकानफटाकोंसेजलाहुआहै, कुछदेखरेखकीकमीकेचलतेअंधेहोगएऔरकुछकेपैरकारोंद्वाराकुचलदिएगए।लेकिनगुलशनमहलपरमिलीदेखभालकेकारणवेसबबचगएऔरएकखुशहालजीवनजीरहे हैं।

पद्मिनीयादकरतीहैकिकैसेप्यारी, एककुतियाजिसकीकमरबुरीतरहसेटूटचुकीथी, कोपशु-चिकित्सकनेयुथानशीया (सुख - मृत्यु) देनेकीसलाहदीथीहालाँकिपद्मिनीइसकेलिएतैयारनहींथीऔरउन्होंनेइसकेखिलाफफैसलालिया।आजस्थायीचोटकेबावजूदप्यारीएकखुश, स्वस्थऔरस्नेहीपालतूहै।

14088694_1235697923156011_3494750059036343709_n

Photo Source

ऐसेसमयजबवेकिसीजानवरकोबचानेमेंनाकामयाबहोतेहैं, पद्मिनीऔररवींद्रकोबहुतदुखहोताहैलेकिनवेकोशिशकरते हैंकिअगलेकिसीपशुकेलिएऔरबेहतरकरे। 2015 में 'मिशनपॉसिबलपेटऐडऑप्शंस' कोआधिकारिकतौरपरएकट्रस्टकेरूपमेंपंजीकृतकियागया थाऔरतबसेउन्होंनेहजारसेज्यादाजानवरोंकोगोददिलवानेमेंमददकीहै।संगठनकालक्ष्यहैकिसभीबेघरजानवरोंकोफिरसेएकप्याराघरमिले।इसबातकाध्यानरखतेहुएकिउनकेप्यारेजानवरोंकोसहीलोगगोदलेरहेहैं, येदोनोंदोस्तउनकेघरोंकीजांचकरनेके लिएकर्नाटकऔरगोवातकजाकरआएहैं।

पद्मिनीकहतीहैं किएकविदेशीपालतूघरमेंरखनेकीतुलनामेंस्थानीयभारतीयनस्लोंकोपालनाआसानहैक्योंकिउनकीरोगप्रतिरोधकक्षमताप्रबलहोतीहैऔरवेभारतीयमौसममेंजल्दीढलजातेहैं।इतनाही नहींयेभटकेहुएजानवरउतनेहीसमझदार, स्नेहशीलऔरअपनेआसपासकेमाहौलकेप्रतिसंवेदनशीलहोतेहैं।इसकेबावजूदपद्मिनीकोकईबारइनके "आवारा" उपनामकेखिलाफलड़नापड़ताहैजिससेलोगइनपालतुओंकोगोदलेनेमेंशर्ममहसूसकरे।

"लोगबड़ेहीब्रांड - प्रेमीहोतेहैंऔरउन्हेंसिर्फबढ़ियानस्लकेकुत्तेहीचाहिएजबकिभटकेहुएजानवरोंकोनजरअंदाजकरकेगलियोंमेंहीछोड़दियाजाताहै।अगरऐसाहीचलतारहातोपतानहींहमारीस्थानीयनस्लोंकाक्याहोगा? फैंसीनस्लोंकेमुकाबलेवेज्यादाताकतवरऔरप्यारेहोतेहैं।लोगोंकोसमझनाचाहिएकिस्थानीयनस्लेंभीएकअच्छेजीवनकेयोग्यहैंमैंआशाकरतीहूँकिज्यादासे ज्यादालोगबेघरजानवरोंकोगोदलेनेके लिएऔरउन्हेंएकप्याराघरदेनेके लिएआगेआएं, "पद्मिनीनेकहा।

मिशन पॉसिबल से संपर्क करने के लिए यहाँ क्लिक करे।

मूललेख : संचारीपाल


यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ बांटना चाहते हो तो हमें [email protected] पर लिखे, या Facebook और Twitter (@thebetterindia) पर संपर्क करे।