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अगर मन में कुछ बड़ा करने की चाह हो, तो कोई भी सामाजिक बंधन आपके कदमों को कभी बांध नहीं सकता। साल 2021 में देश की कुछ सफल महिलाओं की कहानियों ने इस बात को सच साबित कर दिखाया। 2021 खेल, व्यवसाय, रक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में कमाल करने वाली महिलाओं (Most Incredible Indian Women) की प्रेरणादायक कहानियों से भरा हुआ था।
आज हम आपके लिए ऐसी ही कुछ बेमिसाल महिलाओं की कहानियां लेकर आए हैं, जिन्होंने करोड़ों महिलाओं को एक नई दिशा और प्रेरणा देने का काम किया और देश को गौरवान्वित करते हुए साल 2021 को अपने नाम किया:
1. फाल्गुनी नायर
निवेश बैंकिंग में 20 साल के लंबे करियर को छोड़कर, 50 साल की उम्र में एक ब्यूटी स्टार्टअप शुरू करके, फाल्गुनी नायर साल की सबसे सफल महिलाओं में से एक बन गईं। Nykaa की संस्थापक, फाल्गुनी अब भारत की सबसे बड़ी स्व-निर्मित महिला अरबपति हैं, क्योंकि साल 2021 की अंतिम तिमाही में फर्म के शेयरों में 89 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
वह 6.5 बिलियन डॉलर की कंपनी के आधे हिस्से की मालिक हैं। उन्होंने साल 2012 में नायका शुरू करने के लिए, कोटक महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक का पद छोड़ दिया। नायका, भारतीयों के लिए सस्ती, दुर्लभ और लक्जरी ब्रांडों के प्रोडक्ट्स का तैयार करता है।
2. अवनि लेखरा
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11 साल की उम्र में एक दुर्घटना का शिकार होने के बाद, अवनि (Most Incredible Indian Women) एक व्हीलचेयर पर आ गई थीं, क्योंकि उनका निचला शरीर लकवाग्रस्त हो गया था। जब सभी को लगा कि अब उनके लिए जीवन रुक सा गया है, तब अवनि ने एक नए सफर पर निकलने का फैसला किया और जयपुर की 19 साल की यह लड़की पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली महिला बनी।
R-2 महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल की श्रेणी में, अवनि ने 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में एक नया रिकॉर्ड बनाया। 2015 से ट्रेनिंग शुरू करने के बाद, यह उनका पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय पदक था।
3. तुलसी गौड़ा
कर्नाटक के हलक्की वोक्कालू आदिवासी समुदाय की तुलसी गौड़ा को जंगल की रक्षा करने के उनके प्रयासों व योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। ‘जंगल की एन्साइक्लोपीडिया’ के नाम से मशहूर 72 वर्षीया तुलसी ने 30,000 से अधिक पौधे लगाए हैं।
तुलसी, कभी स्कूल नहीं गईं और 12 साल की उम्र में ही उनकी शादी हो गई थी। इसके बावजूद, उनके पास पौधों को बस एक बार छूकर पहचानने की अनूठी क्षमता है। वह कर्नाटक वन विभाग के साथ-साथ पूरी दुनिया के लिए एक अनमोल रत्न हैं।
4. गीता गोपीनाथ
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की पहली उप प्रबंध निदेशक (FDMD), गीता गोपीनाथ वर्तमान में FDMD जेफ्री ओकामोटो की जगह लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मैसूर की मूल निवासी गीता, एक टेक्नोक्रेट और कई किताबों की लेखिका हैं।
इस 50 वर्षीया महिला ने साल 2001 में प्रिंसटन विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की और आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में सेवा देने वाली पहली महिला बनीं।
5. मीराबाई चानू
टोक्यो ओलंपिक-2020 में, महिला वर्ग के 49 किग्रा वेटलिफ्टिंग में रजत पदक विजेता, मीराबाई चानू भारत की पावर लेडी हैं। मणिपुर के एक पारंपरिक परिवार में जन्मी मीराबाई ने साल 2016 में हुए रियो ओलंपिक से डेब्यु किया था। वह 22 साल की उम्र में कर्णम मल्लेश्वरी के बाद, वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला बनीं।
मीराबाई सिर्फ 11 साल की थीं, जब उन्होंने एक कॉम्पीटिशन में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था। उनकी ताकत को परिवार ने तब पहचाना, जब उन्हें पास की एक पहाड़ी से जलाऊ लकड़ी इकट्ठा करने के लिए भेजा गया था। खेल जगत में उनके योगदान के लिए, उन्हें साल 2018 में पद्म श्री और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
6. नीना गुप्ता
नीना गुप्ता (Most Incredible Indian Women), कोलकाता में भारतीय सांख्यिकी संस्थान में प्रोफेसर हैं। उन्हें, एफाइन बीजगणितीय ज्यामिति और कम्यूटेटिव बीजगणित में उल्लेखनीय काम के लिए, DST-ICTP-IMU रामानुजन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली तीसरी महिला और चौथी भारतीय हैं।
कोलकाता में जन्मी और पली-बढ़ीं, नीना ने भारतीय सांख्यिकी संस्थान से गणित में मास्टर्स और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। इस विषय में उनका ज्ञान और रुचि, हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है, जो इस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है।
7. पीवी सिंधु
साल 2013 में हुए ‘मलेशियाई ओपन ग्रैंड प्रिक्स’ में जीत हासिल करने के बाद से, पीवी सिंधु का नाम भारत में बैडमिंटन का पर्याय बन गया है। साल 2019 में, वह बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
सिंधु, रियो ओलंपिक-2016 और टोक्यो ओलंपिक-2020 में लगातार दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। हैदराबाद के एक स्पोर्ट्स फैमिली में जन्मीं यह 26 वर्षीया खिलाड़ी, अब महिला एकल की विश्व रैकिंग में 7वें स्थान पर है।
8. हरनाज़ संधू
देश के 21 साल के लंबे इंतज़ार को खत्म करते हुए, मिस यूनिवर्स का ताज भारत लाने वाली हरनाज़ संधू (Most Incredible Indian Women) को सालों तक अपने पतले फिगर के कारण बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ा। चंडीगढ़ की रहनेवाली हरनाज़ मेंटल हेल्थ के मुद्दे को आम करने की भी वकालत करती हैं।
ब्यूटी काम्पीटिशन्स का उनका सफर तब शुरू हुआ, जब 17 साल की उम्र में उन्होंने अपने शहर का प्रतिनिधित्व करते हुए एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया। वह साल 2019 में ‘फेमिना मिस इंडिया’ में भाग लेने गईं और उसी वर्ष फेमिना मिस इंडिया पंजाब का ताज भी जीता।
9. लीना नायर
फ्रेंच लक्जरी फैशन हाउस ‘शनेल (Chanel)’ की लेटेस्ट ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव (सीईओ), लीना नायर, यूनिलीवर की पहली महिला और सबसे कम उम्र की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (सीएचआरओ) भी थीं।
महाराष्ट्र की मूल निवासी लीना ने मैनेजमेंट में अपना करियर तब शुरू किया, जब उनकी कंपनी में केवल दो प्रतिशत महिला कर्मचारी थीं। उन्हें साल 2021 की फॉर्च्यून इंडिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में भी शामिल किया गया था।
10. फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ
भारत की पहली महिला फाइटर पायलटों में से एक, भावना कंठ (Most Incredible Indian Women) साल 2021 के गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय वायु सेना (IAF) की झांकी में भाग लेने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनीं। अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह के साथ, उन्हें इसमें शामिल किया गया।
उन्हें, साल 2016 में पहली महिला फाइटर पायलट के तौर पर IAF में शामिल किया गया था। बिहार में जन्मी, भावना BMS कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (बैंगलोर) से मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातक हैं। उन्हें जून 2016 में IAF के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन किया गया था।
11. कृति करंत
सेंटर फॉर वाइल्डलाइफ स्टडीज़ में मुख्य संरक्षण वैज्ञानिक, कृति करंत ‘वाइल्ड इनोवेटर अवॉर्ड-2021’ जीतने वाली पहली भारतीय और एशियाई महिला हैं। यह अवॉर्ड, वाइल्ड एलीमेंट्स नामक एक फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है, जो हालातों को बदलने और वैश्विक स्थिरता और संरक्षण के समाधान की पहचान करने की वकालत करता है।
भारत में एक प्रमुख संरक्षण वैज्ञानिक, कृति को वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में काफी विशेषज्ञता हासिल है। मंगलुरु की मूल निवासी कृति को ‘वीमेन ऑफ डिस्कवरी अवॉर्ड-2019’ से भी सम्मानित किया जा चुका है। यह अवॉर्ड, ‘विंग्स वर्ल्डक्वेस्ट’ नाम के एक संगठन द्वारा, महिला वैज्ञानिकों को संबंधित क्षेत्रों में उनके असाधारण काम के लिए दिया जाता है।
12. शैली सिंह
शैली सिंह (Most Incredible Indian Women), वह एथलीट जिसने बिना सही जूतों के अपने करियर की शुरुआत की और साल 2021 में अंडर-18 यूथ लॉन्ग जंप में वर्ल्ड नंबर 1 का खिताब जीता। वह झांसी में एक सिंगल मदर की बेटी के रूप में पैदा हुई थीं।
जीवन में कई कठिनाइयों को पार करने वाली शैली के लिए लॉन्ग जंप कोई मुश्किल काम नहीं था। उन्हें बेंगलुरु में ‘अंजू बॉबी जॉर्ज स्पोर्ट्स फाउंडेशन’ में ट्रेनिंग दी गई थी। शैली अब अंडर-18 लॉन्ग जंपर्स की सूची में दुनिया भर के टॉप 20 खिलाड़ियों में से एक हैं।
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