यहाँ के दही भल्ले और चाट खाना तो बनता है साहब!

पुरानी दिल्ली के मशहूर बाज़ार चांदनी चौक में प्रवेश करेंगे तो आगे चलकर दायीं ओर सेंट्रल बैंक की बिल्डिंग के बगल में कोने की एक छोटी दुकान 'नटराज दही भल्ला कॉर्नर' के नाम से मशहूर है।

जब भी आप इस दुकान पर जाएंगे, दही-भल्ले और आलू टिक्की खाने के लिए लोगों की भीड़ नज़र आएगी। खाने वालों का हाल यह है कि दुकान वालों ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपना गार्ड रखा हुआ है।

लेकिन इतनी भीड़ की वजह क्या है? दिल्लीवाले हों या बाहर से आए लोग, जो खाने के शौक़ीन हैं वो नटराज दही भल्ला कॉर्नर ज़रूर पहुँचते हैं!

यह दुकान न बहुत ज़्यादा बड़ी है और न ही दिखने में बहुत फैंसी, फिर भी इसको दिल्ली की मशहूर दुकानों में शुमार किया जाता है।

चांदनी चौक की यह दुकान आज़ादी से पहले की है। तब इस बाज़ार में आम आदमी, पुरानी दिल्ली के रईस और अंग्रेज़ घूमा करते थे। 1940 में इन्हीं लोगों के स्वाद को देखते हुए प्यारेलाल शर्मा ने इस दुकान को शुरू किया था।

उसके बाद उनके बेटे चांद शर्मा ने इस दुकान को संभाला; आज उनकी तीसरी पीढ़ी इस काम को देख रही है। लेकिन स्वाद, आज भी वही पुराना और सबसे बेहतरीन है!

यहाँ के फेमस दही भल्ले आप केवल 60 रुपए में खा सकते हैं। मुलायमियत से भरपूर, गाढ़े दही का अलग सा स्वाद और हल्का खट्टापन लिए हुए मीठी सौंठ!

इनके दही-भल्ले में अनार और ड्राई-फ्रूट्स की फिलिंग है, जो इसे दूसरे दही भल्लों से अलग बनाती है। दिखने में एकदम साधारण लेकिन जैसे ही यह मुंह में जाएगा, आप कहेंगे भई वाह!!

इसी तरह यहां की आलू टिक्की भी बेहद लज़ीज़ है। ऊपर से ब्राउन और कुरकुरी टिक्की पर मीठी और हरी चटनी अलग ही स्वाद पैदा कर देती हैं।

अंदर से यह टिक्की इतनी मुलायम है कि मुंह में डालते ही घुलना शुरू हो जाती है। इसकी भी एक प्लेट 60 रुपये की है। एकदम सादी लेकिन स्वाद में दिलकश।

सुबह 11 बजे दुकान खुल जाती है और रात 9 बजे तक इन व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकता है। आप खाने के शौक़ीन हैं तो इसे मिस नहीं कर सकते।