यह अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। ब्रिटिश राज के दौरान पटियाला के महाराजा ने इसे बनवाया था। यहां पैलेस के अलावा क्रिकेट ग्राउंड, काली टिब्बा और हनुमान मंदिर भी घूमने जा सकते हैं।
शिमला के जाखू में स्थित हनुमान मंदिर विश्व प्रसिद्ध है, जहां देश-विदेश से लोग आते हैं। जाखू मंदिर में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति है, जो शिमला में प्रवेश करते ही कई किमी दूर से ही नजर आ जाती है।
शिमला का माल रोड विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहां बनी ब्रिटिश शासन काल के दौरान की इमारतें हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। माल रोड यहां घूमने वाले लोगों को लंदन की गलियों का एहसास दिलाता है। माल रोड पर ही ऐतिहासिक गेयटी थिएटर और टाउन हॉल भी हैं।
यह शिमला की पुरानी विक्टोरियन हवेली इनवरम में है। इनवरम साल 1860 की शुरुआत में मिट्टी की छत वाला एक छोटा-सा घर था। यहां भारतीय संविधान की हिंदी प्रति मौजूद है। इसके अलावा यहां कई ऐसी चीजें भी संजोकर रखी गई हैं, जिनका संबंध देश-प्रदेश के इतिहास के साथ है।
कुफरी, शिमला से 20 किमी दूर है। कुफरी नाम स्थानीय भाषा में कुफ्र शब्द 'झील' से लिया गया है। यह फागू, शिमला, मनाली और रेवलसर के लिए ट्रेक का प्रारंभिक बिंदु है। बर्फबारी के दौरान यहां पर्यटकों की भारी भीड़ लग जाती है।