Diu की प्राकृतिक और अछूती सुंदरता है इन जगहों में

यह लगभग 400 साल पुराना है जो दीव का आज तक कार्यरत एकमात्र चर्च माना जाता है। गोथिक स्थापत्य शैली वाला यह चर्च यहाँ का सबसे बड़ा पुर्तगाली कैथोलिक चर्च है। इसका आकर्षक आर्किटेक्चर भी देखने लायक हैं।

सेंट पॉल चर्च

यह उस युग का है जब पुर्तगालियों के आने से पहले मलिक अयाज दीव के गवर्नर थे। पुर्तगालियों ने पानी कोथा का पुनर्निर्माण किया और इसे फोर्टिम दो मार नाम दिया, जिसका मतलब है 'समुद्र का किला'।

यह उस युग का है जब पुर्तगालियों के आने से पहले मलिक अयाज दीव के गवर्नर थे। पुर्तगालियों ने पानी कोथा का पुनर्निर्माण किया और इसे फोर्टिम दो मार नाम दिया, जिसका मतलब है 'समुद्र का किला'।

पानी कोथा

यह भारतीय नौसेना के युद्धपोत पर सवार क्रू को समर्पित है जो 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे। इस मेमोरियल से अरब सागर के ऊपर डूबते सूरज का खूबसूरत नज़ारा देखा जा सकता है। —11:00PM

INS खुखरी मेमोरियल

इस भव्‍य इमारत को पुर्तगालियों ने 1535 में बनाया था। इस किले के पास पर्यटक वेनिशियन-गोथिक स्‍टाइल का बंगला और खूबसूरत लाइटहाउस देख सकते हैं।

दीव का किला

नैदा गुफाएं

दीव के किले के बाहर स्थित, इन प्रकृतिक गुफाओं में टनल और बड़ी-बड़ी सीढि़यों जैसे स्ट्रक्चर हैं, जो एडवेंचर लवर्स के लिए काफ़ी दिलचस्प हैं। इन गुफाओं में पड़ती सूरज की रोशनी का दृश्‍य मन मोह लेने वाला लगता है।

एक दख्मा या टॉवर ऑफ साइलेंस एक गोलाकार खूबसूरत स्ट्रक्चर है, जो जोरास्ट्रियन ने मृतकों के लिए बनाए थे। यह फारस से भारत में पारसी लोगों के प्रवास का सबूत है।

टावर ऑफ साइलेंस

दीव का सनसेट पॉइंट

अगर आप प्राकृतिक और अछूती सुंदरता की तलाश कर रहे थे, तो दीव का सनसेट पॉइंट ही वह जगह है। यहाँ का शांत वातावरण और सूर्यास्त का नज़ारा आपको मानों बाँध लेता है और आप इस जगह पर बैठे घंटों बिता सकते हैं।