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Growing Rudraksh: गमले में भी आसानी से लगा सकते हैं रुद्राक्ष का पौधा

How to Grow Rudraksh in Pot

पिछले कुछ सालों में लोगों के बीच रुद्राक्ष का चलन काफी बढ़ा है। पहले लोग अपनी धार्मिक आस्था के कार,ण रुद्राक्ष पहनते थे लेकिन आजकल यह बहुत से लोगों के लिए फैशन और ट्रेंडी स्टाइल भी बन रहा है। सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इसकी काफी मांग है। लेकिन आज भी रुद्राक्ष के पौधे को दुर्लभ माना जाता है और लोगों को लगता है कि इसे घर में लगाना सम्भव नहीं है। इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि आप अपने घर में या बगीचे में रुद्राक्ष का पौधा कैसे लगा सकते हैं (How To Grow Rudraksha)। 

पिछले कई सालों से बागवानी कर रहे गोरखपुर के अनुराभ मणि त्रिपाठी ने अपने घर में साग-सब्जियों, फूलों के साथ-साथ रुद्राक्ष का पौधा भी लगाया है। वह भी गमले में। जी हाँ, लोगों को अक्सर लगता है कि रुद्राक्ष के पौधों को गमलों में नहीं लगाया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। आप इसे गमले में लगा सकते हैं, लेकिन समय-समय पर आपको इसे रीपॉट करना होगा, ताकि पौधे को विकसित होने के लिए पर्याप्त जगह मिले।

द बेटर इंडिया से बात करते हुए अनुराभ ने कहा, “सबसे पहले तो लोगों को असली और सही रुद्राक्ष की पहचान करनी आनी चाहिए। क्योंकि, रुद्राक्ष की ऑर्नामेंटल किस्म भी होती है। रुद्राक्ष की कमर्शियल वैल्यू है, तो बहुत से लोग इसमें ठगी भी करते हैं। इसलिए अगर आप रुद्राक्ष का पौधा खरीद रहे हैं, तो हमेशा किसी विश्वसनीय व्यक्ति या नर्सरी से खरीदें।” 

ऐसे करें पहचान: 

अनुराभ आगे कहते हैं कि अक्सर लोगों को लगता है कि एकमुखी या पंचमुखी रुद्राक्ष अलग-अलग पेड़ों पर लगते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि ये सभी अलग-अलग रुद्राक्ष एक ही पेड़ पर लगते हैं। वैसे तो रुद्राक्ष को बीज से भी लगाया जा सकता है। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपका पौधा जल्दी विकसित हो और इसमें फूल व फल आएं। तो आपको इसे कटिंग से लगाना चाहिए या फिर आप नर्सरी से ग्राफ्टेड पौधा खरीद सकते हैं। लेकिन पौधा खरीदने से पहले सही तरह से इसके बारे में जान लें और किसी विश्वास वाली जगह से ही पौधा खरीदें। 

कटिंग से लगाएं रुद्राक्ष का पौधा (How to grow Rudraksha from cutting): 

वह कहते हैं कि अगर आप कटिंग से रुद्राक्ष का पौधा लगाना चाहते हैं, तो सर्दियों की शुरुआत में लगाएं। रुद्राक्ष के पेड़ से आपको लगभग आठ इंच की, पेंसिल जितनी मोटी कटिंग लेनी चाहिए। ध्यान रखें कि जिस टहनी से आप कटिंग ले रहे हैं, वह न तो कच्ची हो और न ही एकदम सूखी। 
*कटिंग को लगाने के लिए, आप कम से कम 10 इंच का गमला लें। 

*इसमें आपको 40% सामान्य बगीचे की मिट्टी, 20% सूखे पत्तों की खाद, 10% लाल मिट्टी, 10% रेत और 20% गोबर की खाद या केंचुआ खाद मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार करना है। 

*अब कटिंग के लगभग आधे हिस्से को पॉटिंग मिक्स में दबा दें। और ऊपर से पानी स्प्रे करें। 

*अनुराभ कहते हैं कि कटिंग को विकसित होने में, एक महीने का समय लग सकता है, इसलिए धैर्य रखें और नियमित रूप से पानी देते रहें।

*लगभग एक महीने बाद, जब आपको कटिंग के ऊपर पत्तियां दिखने लगेंगी, तो इसका मतलब है कि इसमें जड़ें बन रही हैं। 

उन्होंने आगे कहा कि आपको एक साल तक कटिंग को रीपॉट करने की जरूरत नहीं है। अगर आपने अनुराभ के बताए अनुसार, पॉटिंग मिक्स बनाया है, तो आपको एक साल तक कोई और खाद देने की भी जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आपके पास ये सब चीजें उपलब्ध न हों, तो आप मिट्टी, खाद और रेत का इस्तेमाल करें।

लेकिन ध्यान रहे कि रुद्राक्ष के पौधे के लिए पॉटिंग मिक्स सख्त हो। रुद्राक्ष के पौधे को धूप पसंद होती है, इसलिए इसे ऐसी जगह रखें जहां धूप अच्छी आती हो। लगभग एक साल बाद से, आप पौधे पर माइक्रोनुट्रिएंट का स्प्रे करना शुरू सकते हैं।

गर्मियों में हमेशा पानी का ध्यान रखें, क्योंकि गर्मियों में पौधे को पानी की ज्यादा जरूरत होती है। इसी तरह से आप नर्सरी से लाए पौधे को गमले में लगा सकते हैं। सही देखभाल से आपका पौधा अच्छे से बढ़ेगा और एक-दो साल में ही इसमें फूल और फल आने लगेंगे। रुद्राक्ष के पौधे में गर्मियों में फूल आते हैं और दिसंबर तक इसके फल पकने लगते हैं। 

इस विषय पर आप अनुराभ का एक वीडियो भी यहां देख सकते हैं!

हैप्पी गार्डनिंग। 

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