पपीता पक्का हो या कच्चा, किसी भी रूप में इसे खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसका फल तो गुणकारी होता ही है, इसके पत्तों में भी कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह कब्ज़ सहित पेट की कई समस्याओं से निजात दिलाने के साथ, हमारी त्वचा के लिए भी बेहद अच्छा होता है। एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर पपीते के पौधे को घर पर आराम से लगाया जा सकता है।
सबसे अच्छी बात यह है कि इसके बीज आपको कहीं बाहर से नहीं लाने पड़ते हैं। आप खाने के लिए बाजार से पपीता लाएं और इससे निकले बीज से ही पौधा तैयार कर लें। जी हाँ, बिल्कुल इतना ही आसान है।
कोलकाता के गार्डनिंग एक्सपर्ट संतोष मोहता ने बताया कि एक पेड़ से आप तकरीबन 50 किलो फल उगा सकते हैं। वह पिछले कई सालों से अपने घर की छत पर गार्डनिंग कर रहे हैं।
द बेटर इंडिया से बात करते हुए वह कहते हैं, “चूँकि इस पौधे को बढ़ने के लिए अच्छी सूरज की रोशनी की जरूरत होती है। इसलिए पपीते का पौधा लगाने के लिए मार्च या अप्रैल का महीना सबसे सही होता है। इस तरह आपका पौधा आठ से 10 महीने में तैयार हो जाएगा और ठंड आते ही इसमें फल भी उगने लगेंगे।”
किन चीजों की होगी जरूरत?
गमला
संतोष बताते हैं कि पपीते का पौधा काफी बड़ा होता है, इसलिए आपको बड़े गमले की जरूरत होगी। लेकिन अगर आप घर की छत पर या बालकनी में इसे लगा रहे हैं, तो बड़े गमले के बजाय बड़े ग्रो बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप 24 से 30 इंच के ग्रो बैग का इस्तेमाल करें, इससे छत पर वजन काफी कम पड़ता है।
पॉटिंग मिक्स
पपीते के पौधे के लिए आप कोकोपीट, समान्य मिट्टी, कम्पोस्ट (वर्मीकम्पोस्ट, होम कम्पोस्ट) और गोबर की खाद, इन चारों को समान मात्रा में मिलाकर मिट्टी तैयार कर सकते हैं। मिट्टी को हल्का और भुरभुरा रखना जरूरी है, ताकि पानी का जमाव ना हो पाए। अगर मिट्टी में पानी का जमाव होता है, तो पौधा मर भी सकता है।
बीज चुनना
पपीते के फल में कई बीज होते हैं। लेकिन कौन सा बीज सही है, इसकी जाँच करना बेहद जरूरी है। इसके लिए आप सभी बीजों को पानी में डालें, जो बीज सतह पर बैठ जाए, उसका इस्तेमाल करें। आप बीज को सुखाकर भी उपयोग में ले सकते हैं या सीधे गीले बीजों से पौधा तैयार कर सकते हैं।
कैसे लगाएं पौधा?
- सबसे पहले बाहर से लाए हुए पपीते से सही बीज का चुनाव कर लें।
- पॉटिंग मिक्स तैयार करें और एक छोटे कंटेनर या सैपलिंग ट्रे में थोड़ी दूरी पर सभी बीजों को लगा दें।
- ऊपर से थोड़ी मिट्टी डालकर पानी का छिड़काव कर दें।
- तक़रीबन 10 दिन में इसके छोटे-छोटे पौधे तैयार हो जाएंगे।
- लेकिन चार से पांच पत्ते आ जाने के बाद ही, आप इसे बड़े गमले में शिफ्ट कर सकते हैं।
- एक गमले में एक ही पौधा लगाएं।
- आप जिस भी कंटेनर या ग्रो बैग का उपयोग कर रहे हैं, उसमें ड्रेनेज की अच्छी व्यवस्था हो, इसका खास ध्यान रखें।
- गमले को ऐसी जगह रखें, जहां सूरज की अच्छी रोशनी आती हो। एक दिन छोड़कर पानी देते रहें।
- मार्च या अप्रैल के महीने में पौधा लगाने के बाद, आठ महीने में इसमें फूल लगना शुरू हो जाएगा।
- फूलों में कीड़े न लगें, इसके लिए नीम की खली का छिड़काव करें।
- हर महीने इसमें थोड़ी-थोड़ी गोबर की खाद मिलाते रहें। साथ ही, जब इसमें फल आने का समय हो, तब भी कम्पोस्ट मिलाएं।
तो अगली बार जब भी बाजार से पपीता लेकर आएं, तो इससे निकले बीजों से एक पौधा लगाने का प्रयास जरूर करें। पौधे लगाने के लिए आप घर में पड़ी किसी पुरानी बाल्टी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इस तरह थोड़ी सी देखभाल के साथ आप पपीते का पौधा घर पर ही उगा सकते हैं और अपनी पसंद के हिसाब से पके या कच्चे पपीते का आनंद ले सकते हैं। संतोष कहते हैं कि बाजार से लाए हुए पपीते की तुलना में, घर में उगे फलों में मिठास कुछ अलग ही होती है। अगर आपको पका पपीता खाना पसंद है, तो इसे पेड़ पर ही पकने दें, फिर तोड़कर खाएं।
आप गार्डनिंग से जुड़ी जानकारी के लिए संतोष मोहता से उनके फेसबुक पेज पर सम्पर्क कर सकते हैं।
हैप्पी गार्डनिंग!
संपादन- अर्चना दुबे
यह भी पढ़ें: Growing Muskmelon: इस आसान तरीके से घर पर उगाएं मीठे और रसीले खरबूजे
यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।