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जानिए कैसे! कार को घर बना, अलग-अलग राज्यों की यात्रा कर रही है, केरल की यह जोड़ी

Car Travels

बाइक पर लद्दाख या मसूरी जाने का सपना तो बहुत से लोग देखते हैं। लेकिन, क्या आपने कभी कार से देश की यात्रा की है? कई लोग बाइक से देश की यात्रा पर निकलते हैं। लेकिन, आपने कम ही लोगों के बारे में सुना होगा जो, कार से अलग-अलग राज्यों की यात्रा (Car Travels) पर निकलते हैं। आज हम आपको रू-ब-रू करवा रहे हैं केरल के एक ऐसे दंपति से, जो पिछले पाँच महीनों से अपनी कार में ही देश के विभिन्न राज्यों की यात्रा कर रहे हैं। 

31 वर्षीय हरीकृष्णन जे और 24 वर्षीया लक्ष्मी कृष्णा ने, अब तक सात राज्यों की यात्रा पूरी कर ली है। यात्रा के दौरान अधिकांश जगहों में उन्होंने ठहरने के लिए, किसी होटल के कमरे को भी बुक नहीं किया बल्कि कार में रहने का फैसला लिया। उनकी ‘कार लाइफ’ का मतलब है- रहना, खाना, घूमना और सोना, सब कार में। है न यह रोचक कहानी! 

द बेटर इंडिया ने जब इस दंपति से संपर्क करने की कोशिश की तो उस वक्त, ये दोनों हिमाचल प्रदेश की यात्रा कर रहे थे। अपने इस सफर के बारे में दंपति ने बताया, “हम दोनों को ही अलग-अलग जगहों की यात्रा करने का शौक है। शादी के बाद हम थाईलैंड गए और वहाँ पर हमने तय किया कि हम नियमित तौर पर, अलग-अलग जगहों की यात्रा किया करेंगे। इसके साथ ही, हमने अपना एक यूट्यूब चैनल भी बनाया, जिस पर हमारा पहला ‘वीलॉग’ थाईलैंड ट्रिप का ही था।”

उनके इस वीडियो को लोगों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली और उन्होंने नियमित रूप से अपनी यात्रा की ‘वीलॉग वीडियो’ यूट्यूब पर डालने की योजना बनाई। 

हरीकृष्णन और लक्ष्मी

हालांकि, जब उन्होंने यात्रा और वीडियो पोस्ट करते रहने की योजना बनाई, उस वक्त दोनों नौकरी कर रहे थे। कुछ दिनों के बाद, इन दोनों को समझ में आया कि वे नौ से पाँच की नौकरी के लिए नहीं बने हैं। उन दोनों की दिलचस्पी यात्रा करने में है। हरीकृष्णन उस वक्त बेंगलुरु की एक कंपनी में काम कर रहे थे, वहीं लक्ष्मी बतौर ग्राफ़िक डिज़ाइनर अपनी इंटर्नशिप पूरी कर रही थीं। लेकिन ये वैसे काम नहीं थे, जैसे काम वे हमेशा करना चाहते थे। इसलिए, उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर देश-दुनिया घूमने की ठानी। 

वह आगे बताते हैं, “हमने आजीविका के लिए ‘फ्रीलांस’ करना शुरू किया और अलग-अलग जगह घूमने की योजना पर काम किया। हम बाइक से थाईलैंड जाना चाहते थे लेकिन, कोरोना महामारी के कारण हमारी यह योजना सफल नहीं हो पाई। इस दौरान, हम कई महीनों तक घर में रहे और सोचते रहे कि लॉकडाउन खुलने के बाद कहाँ घूमने जाएंगे। साथ ही, कैसे कुछ अलग किया जाए, हमने इस पर भी विचार किया।”

कार में किया सेटअप

नयी जगह घूमने के साथ-साथ, उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिया कि उनकी यात्रा अलग कैसे हो? और इसी विचार से उन्हें ख्याल आया कि क्यों न कार से ही, अलग-अलग राज्यों की यात्रा की जाए। वे बताते हैं, “हमने अपनी माँ की कार को अपनी ट्रिप के लिए तैयार कराया। हमने सबसे पहले यह सोचा कि यात्रा के दौरान, हमें किन चीज़ों की जरूरत होगी और फिर उसी हिसाब से, हमने कार में कुछ बदलाव करवाए।” 

कार को बनाया ‘घर’

उन्होंने अपनी कार को बहुत ही कम लागत में, यात्रा के लिए तैयार किया। वे बताते हैं कि उन्होंने कार की बैकसीट को फोल्ड करके, बेड का सेटअप किया। एक ‘पॉलीकार्बोनेट शीट’ पर ‘लैपटॉप कूलिंग पैड’ का उपयोग करके, एक एग्जॉस्ट पंखा भी लगाया है। कार के आगे और पीछे बैठने वाले हिस्सों के बीच में, परदा लगाया गया है। साथ ही, कार के पिछले हिस्से की खिड़कियों पर उन्होंने ‘पॉलीवाइनल शीट’ लगाई है। इसके अलावा, उन्होंने एक कार इन्वर्टर भी खरीदा, जिससे वे अपने लैपटॉप और फोन चार्ज करते हैं। 

इस दंपति की अनोखी यात्रा के बारे में, आप यहाँ एक वीडियो देख सकते हैं। 

इसके अलावा, उन्होंने पानी के लिए प्लास्टिक की तीन बड़ी कैन अपने साथ रखी हुई है। वे जगह-जगह रुककर, इनमें पानी भर लेते हैं ताकि उन्हें बार-बार पानी के लिए बोतलें न खरीदनी पड़ें। साथ ही, उन्होंने अपने साथ एक छोटा गैस सिलिंडर और कुछ बर्तन रखे हैं। जिसके लिए उन्होंने कार में एक छोटा सा सेटअप तैयार किया है ताकि जरूरत पड़ने पर, वे कुछ पका सकें। हरीकृष्णन बताते हैं कि उनकी कार का यह पूरा सेटअप चार हजार रूपये में तैयार हो गया था। अब तक, इसी कार से वे दोनों पिछले पाँच महीनों में, सात राज्यों की यात्रा कर चुके हैं। 

रास्ते में खुद भी पकाते हैं खाना

यात्रा का अनुभव 

अपने सफर के बारे में लक्ष्मी कहती हैं, “जब हम घर से निकले थे तब हमने सिर्फ दो महीने के लिए, ट्रिप पर जाने की योजना बनाई थी। हमने सोचा था कि हम दो महीने तक घूमेंगे और फिर वापस लौट आएंगे। अभी हमें पाँच महीने हो गए हैं और आगे भी एक-दो महीने घूमने की योजना है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हमारा अनुभव बहुत शानदार रहा है। हम अब तक जहाँ भी गए हैं, सब जगह हमें बहुत अपनापन और प्यार मिला है।” 

ज्यादातर वे पेट्रोल पंप पर रुकते हैं या ऐसी जगह, जो सुनसान न हो। शुरुआत में, सार्वजनिक शौचालय इस्तेमाल करने में उन्हें समस्या हुई लेकिन, लक्ष्मी कहती हैं कि अब उन्हें आदत हो गयी है। वह कहती हैं, “अब तक हमें अच्छे लोग ही मिले हैं लेकिन, फिर भी हम पूरी सतर्कता बरतते हैं। जब भी हम कहीं रुकते हैं तो कोशिश करते हैं कि लोगों की नजर में ज्यादा न आएं।”

कार पार्क करने के कुछ घंटे पहले ही, लक्ष्मी कार के पिछले हिस्से में जाकर सो जाती हैं। सही जगह देखकर, हरीकृष्णन कार पार्क करके आराम करते हैं।

साथ ही, वे दिन के समय ही ज्यादातर खाना पकाने की कोशिश करते हैं। क्योंकि, रात में लाइट की समस्या होती है। इसके अलावा, अगर उन्हें कहीं बाहर खाना होता है तो वे स्थानीय ढाबों पर खाना खाते हैं। कई जगह बीच में ऐसा भी हुआ है, जब उन्हें रात के लिए कमरा बुक करना पड़ा हो।

यात्रा के कुछ पल

वे कहते हैं, ” हम जब कश्मीर में थे तो वहाँ बहुत ठंड थी। हम बाहर नहीं सो सकते थे इसलिए, हमने वहाँ एक जगह कमरा बुक किया था। यह ऐसा सफर है, जहाँ हम कितनी भी योजना बना लें लेकिन, कुछ चीजें हमारे हाथ में नहीं होती। पर अपनी इस यात्रा का हम पूरा आनंद ले रहे हैं और अच्छी बात है कि हम अनगिनत अनजाने लोगों से मिल भी रहे हैं और अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम हजारों लोगों से जुड़ रहे हैं।” 

यूट्यूब चैनल को मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया

जब इस दंपति ने अपनी यह यात्रा शुरू की थी तब यूट्यूब चैनल पर, उनके सब्सक्राइबर 10 हजार से कम थे और अब यह आंकड़ा 90 हजार को पार कर चुका है। अपना यूट्यूब चैनल शुरू करने के लगभग एक-डेढ़ साल बाद, उनकी यूट्यूब से कमाई शुरू हो गई। इसके बारे में लक्ष्मी कहतीं हैं, “हमने यह चैनल सिर्फ कमाई के लिए शुरू नहीं किया बल्कि हम लोगों के साथ अपना अनुभव साझा करना चाहते थे। यात्रा ऐसी चीज है जो अनजाने लोगों को दोस्त बना देती है और अपने चैनल के माध्यम से आज हमारे ढेर सारे दोस्त बन गए हैं।” 

लक्ष्मी कहती हैं, “लोगों की प्रतिक्रिया शुरू से ही बहुत अच्छी रही। बहुत से लोग शुरू से हमारे साथ जुड़े हुए हैं। वे हमारी वीडियो का इंतजार करते हैं। हमें मैसेज करके, हमारी खैरियत पूछते हैं। यात्रा के दौरान मिलने वाले लोगों से भी, हमें अच्छी-खासी जानकारी मिलती रहती है।” वे अपनी वीडियो मलयालम में पोस्ट करते हैं लेकिन, दूसरे राज्यों के दर्शकों की मांग पर, अब वे अपनी वीडियोज में नीचे, अंग्रेजी में सबटाइटल भी देते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनसे जुड़ सकें। 

अब तक यह दंपति कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश घूम चुका है और आगे उनकी योजना उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जाने की है। वे कहते हैं, “हमने अब तक बहुत से खूबसूरत इलाकों का दौर किया है। हमारी ज्यादातर कोशिश ऐसी जगहों पर घूमने की रहती है, जहाँ हम स्थानीय लोगों तथा उनकी संस्कृति को जान सकें। हर एक जगह, दूसरी जगह से अलग है लेकिन, लोगों की अच्छाई और उनका अपनापन सब जगह एक जैसा है। कई जगह तो लोग, रात में हमें हमारी कार में रहते हुए देखकर, पूछने लगते हैं कि हम ऐसा क्यों कर रहे हैं? लेकिन, जब उन्हें हमारे ट्रिप के बारे में पता चलता है तो वे हमें, अपने घर पर रुकने के लिए आमंत्रित करते हैं।” 

मिल रहा है लोगों का प्यार

यात्रा पसंद लोगों के लिए वे यही कहते हैं कि आप कम से कम बजट में भी यात्रा कर सकते हैं लेकिन, इसके लिए आपको दृढ़ निश्चय करना होगा। जरुरी नहीं है कि आप हर जगह बड़े होटलों में ठहरें या खाना खाएं। अगर, आपको कहीं एक ही रात रुकना है तो आप कम बजट के कमरे में भी ठहर सकते हैं। अपनी ट्रिप को अच्छे से प्लान करें और निकल जाएं, नयी-नयी जगहों को तलाशने। इस दंपति का कहना है कि इस यात्रा ने उन्हें कम संसाधनों में अच्छे से जीना भी सिखाया है। उनके पास सीमित कपड़े हैं और बाकी चीजें भी कम हैं। इसके बावजूद, वे अपनी जिंदगी का भरपूर आनंद ले रहे हैं। 

अंत में इस दंपति का यही कहना है, “अगर आप घूमना चाहते हैं तो सही योजना बनाएं और फिर इस योजना पर अमल करें। अगर यूट्यूब चैनल शुरू करना है तो ऐसे विषय पर शुरू करें, जिसमें आपकी गहरी दिलचस्पी हो और आप हर बार कुछ अलग कंटेंट लोगों को दे सकें। साथ ही, धैर्य और संयम रखें क्योंकि, यूट्यूब पर आपके पहले वीडियो से ही कमाई शुरू नहीं होती। इसके लिए, आपको मेहनत करनी होगी और नियमित रूप से वीडियोज अपलोड करनी होंगी। अगर आप पूरे दिल से कुछ कर रहे हैं तो सफलता जरूर मिलेगी।” 

उनके सफर को जानने के लिए आप उनका यूट्यूब चैनल देख सकते हैं। उनसे संपर्क करने के लिए आप उन्हें इंस्टाग्राम पर मैसेज भी कर सकते हैं। 

संपादन- जी एन झा 

तस्वीरें: टिनपिन स्टोरीज

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