शांति घोष भारत के स्वतंत्रता संग्राम की क्रान्तिकारी वीरांगना थीं। उनका जन्म 22 नवंबर 1916 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 15 साल की उम्र में एक अंग्रेजी अधिकारी को गोली मारी थी। उन्होंने अपनी आत्मकथा 'अरुणबहनी' नाम से लिखी। साल 1989 में 28 मार्च को उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली।
/hindi-betterindia/media/post_attachments/uploads/2018/12/बीना-दास.png)
/hindi-betterindia/media/post_attachments/uploads/2018/11/शांति-घोष-22-November-1916-–-198922-November-1916-–-198922-November-1916-–-1989.png)